Varuni Parv 2023: हिंदू धर्म ग्रंथों में जल के देवता वरुण देव को बताया गया है। कुछ खास मौकों पर इनकी पूजा विशेष रूप से की जाती है। वारुणी पर्व भी इन्हीं में से एक है। ये पर्व चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है।
टैरो कार्ड्स में 78 कार्ड होते हैं जो दो समूहों में विभाजित होते हैं, पहला मेजर आर्काना, जिसमें 22 कार्ड होते हैं, जिन्हें ट्रम्प भी कहते हैं और माइनर आर्काना, जिसमें 56 कार्ड होते हैं। इन कार्ड्स से किसी के भी भविष्य के बारे में जाना जा सकता है।
Bhutadi Amavasya 2023 Date: पंचांग के अनुसार, एक साल में 12 अमावस्या होती है, लेकिन भूतड़ी अमावस्या साल में सिर्फ एक बार ही आती है। ये अमावस्या बहुत खास मानी गई है। इसका नाम भी काफी डरावना है।
मार्च 2023 के आने वाले सप्ताह में ग्रहों के कई शुभ-अशुभ योग बनेंगे। लव लाइफ पर असर डालने वाला ग्रह शुक्र पूरे सप्ताह मेष राशि में राहु के साथ रहेगा। सभी लोगों की लव लाइफ पर इसका असर देखने को मिलेगा।
Weekly Horoscope March 2023: आने वाला सप्ताह बहुत ही खास रहेगा क्योंकि इसी सप्ताह में हिंदू नववर्ष विक्रम संवत 2080 का आरंभ होगा। हिंदू कैलेंडर अंग्रेजी कैलेंडर से 57 साल आगे है, जिसे विक्रम संवत का जाता है।
Aaj Ka Panchang: 19 मार्च, रविवार को धनिष्ठा नक्षत्र होने से मातंग नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा द्विपुष्कर, सिद्ध और साध्य नाम के 3 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल शाम 5:04 से 6:33 तक रहेगा।
वर्तमान में जीवन के हर क्षेत्र में अंकों का विशेष महत्व है। बिना अंकों के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। अंक न सिर्फ हमारा जीवन आसान करते हैं बल्कि इससे हम भविष्य से जुड़ी बातें भी जान सकते हैं।
19 मार्च, रविवार को चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी और त्रयोदशी तिथि का संयोग बन रहा है। रविवार को धनिष्ठा नक्षत्र होने से मातंग नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा द्विपुष्कर, सिद्ध और साध्य नाम के 3 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
Vikram Samvat 2080: इस बार हिंदू नववर्ष का आरंभ 11 अप्रैल से हो रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर साल का राजा और मंत्री पद अलग-अलग ग्रहों के पास होता है, उसी के अनुसार, उस वर्ष का भविष्य फल भी तय होता है।
Ravi Pradosh March 2023: इस बार 19 मार्च, रविवार को प्रदोष व्रत किया जाएगा। इस दिन रविवार होने से ये रवि प्रदोष कहलाएगा। इस व्रत में भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। मान्यता के अनुसार प्रदोष व्रत करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है।