Aaj Ka Panchang: 16 फरवरी गुरुवार को मूल नक्षत्र होने से धूम्र नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा हर्षण और वज्र नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:05 से 03:30 तक रहेगा।
अंक ज्योतिष में डेट ऑफ बर्थ से मूलांक, नामांक और भाग्यांक आदि निकाले जाते हैं। इसी के आधार पर किसी भी व्यक्ति के भूत, भविष्य और वर्तमान के बारे में जाना जा सकता है। हिंदी में इसे अंक शास्त्र और अंग्रेजी में न्यूमरोलॉजी कहते हैं।
Aaj Ka Rashifal: आज (16 फरवरी, गुरुवार) फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है। गुरुवार को फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पूरे दिन रहेगी। गुरुवार को मूल नक्षत्र होने से धूम्र नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा।
Ashubh Yog April 2023: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब एक ही राशि में 2 या इससे अधिक ग्रह होते हैं तो कई शुभ या अशुभ योग बनते हैं। इनका असर देश-दुनिया के साथ-साथ हर व्यक्ति के जीवन पर भी पड़ता है। अप्रैल 2023 में एक महाभयंकर अशुभ योग बनने वाला है।
Mahashivratri 2023: महाशिवरात्रि भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए मनाया जाने वाला सबसे प्रमुख त्योहार है। इस बार ये त्योहार 18 फरवरी, शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन भक्तजन शिवजी की कृपा पाने के लिए व्रत-उपवास भी करते हैं।
Shivratri Kab Hai: हर साल फाल्गुन मास में महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 18 फरवरी, शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस दिन शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है।
Mahashivratri 2023: महाशिवरात्रि शिवजी की भक्ति का त्योहार है। ये पर्व हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर मनाया जाता है। इस दिन सुबह से ही शिवमंदिरों में दर्शन के लिए भक्तों की कतारें लग जाती है।
Mahashivaratri 2023: इस बार महाशिवरात्रि का पर्व 18 फरवरी, शनिवार को मनाया जाएगा। ये दिन शिवजी की पूजा के लिए अति महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन अगर कुछ खास उपाय किए जाएं तो हमारी कई तरह की परेशानियां अपनेआप दूर हो सकती हैं।
Aaj Ka Panchang: 15 फरवरी, बुधवार को ज्येष्ठा नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा व्याघात औह हर्षण नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:41 से 2:05 तक रहेगा।
अंक ज्योतिष से भी किसी भी व्यक्ति के भूत, भविष्य और वर्तमान के बारे में जाना जा सकता है। अंक ज्योतिष की भविष्यवाणी पूरी तरह से डेट ऑफ बर्थ पर आधारित होती है। जन्म तारीख से नामांक, भाग्यांक और नामांक का निर्धारण किया जाएगा।