उज्जैन. 16 दिसंबर, शुक्रवार को जैसे ही सूर्य वृश्चिक से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करेगा, वैसे ही खर मास आरंभ हो जाएगा। ये खर मास 14 जनवरी 2023 तक रहेगा। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, धर्म ग्रंथों में खर मास (Kharmas 2022) का विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने में विवाद आदि मांगलिक कार्यों पर रोक रहती है, वहीं विष्णु पूजा का विशेष महत्व इस महीने में रहता है। और भी कई विशेष नियमों का पालन इस महीने में करने का विधान है। आज हम आपको इन्हीं नियमों के बारे में बता रहे हैं…