Teej Kab ki hai: हर साल सावन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर हरियाली तीज का पर्व मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं भगवान शिव-पार्वती की पूजा करती हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से वैवाहिक जीवन सुख-समृद्धि बनी रहती है।
Adhik Maas Amawasya Upay: 16 अगस्त, बुधवार को अधिक मास की अमावस्या है। ये तिथि 3 साल में एक बार आती है और सावन अधिक मास की अमावस्या का संयोग तो 19 साल बाद बना है। इस दिन यदि कुछ उपाय किए जाएं तो पितृ दोष से मुक्ति पाई जा सकती है।
अंकों का आविष्कार किसने किया, इस बात को लेकर कई बातें प्रचलित हैं। लेकिन अंक न सिर्फ गणनाओं के काम आते हैं बल्कि इनका ज्योतिष से भी गहरा संबंध है। अंक संबंधित शास्त्र को अंक ज्योतिष कहा जाता है।
15 अगस्त, मंगलवार को पहले पुष्य नक्षत्र होने से वर्धमान और इसके बाद आश्लेषा नक्षत्र होने से आनंद नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, व्यातिपात और वरियान नाम के 3 अन्य योग भी रहेंगे।
15 अगस्त मंगलवार को सावन अधिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी और अमावस्या का संयोग बन रहा है। इस दिन पुष्य नक्षत्र होने से वर्धमान और इसके बाद आश्लेषा नक्षत्र होने से आनंद नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। राहुकाल दोपहर 03:43 से शाम 05:19 तक रहेगा।
Ujjain Mahakal Sawari Live: मध्य प्रदेश के उज्जैन में आज 14 अगस्त को भगवान महाकाल की छठी सवारी निकाली गई। सवारी में एक नवनिर्मित रथ को भी शामिल किया गया। नए रथ पर भगवान महाकाल का घटाटोप मुखारविंद विराजित था।
Shimla Landslide: सोमवार को शिमला में लैंडस्लाइड के चलते 9 लोगों की मौत हो गई और कईं लोग अभी भी समरहिल के निकट बने शिव मंदिर में फंसे हुए हुएं। सोमवार होने से इस दिन मंदिर में लोगों की संख्या काफी ज्यादा थी।
Sawan Somvar Ke Upay: 14 अगस्त को सावन आधिक मास का अंतिम सोमवार को है। ऐसा संयोग कई दशकों में एक बार बनता है। इस दिन कुछ खास उपाय किए जाएं तो हर तरह की परेशानी दूर हो सकती है उपाय करने वाला मालामाल हो सकता है।
World Lizard Day 2023: ज्योतिष शास्त्र में छिपकली से जुड़े कई शकुन-अपशकुन बताए गए हैं। उसक अनुसार छिपकली हमें आने वाले जीवन के बारे में कई संकेत देती है। इन बातों का ध्यान रखा जाए तो कई परेशानियों से बचा जा सकता है।
Sawan 6th Somwar 2023: 14 अगस्त को सावन अधिक मास का अंतिम सोमवार को है। इस दिन मासिक शिवरात्रि का दुर्लभ संयोग भी बन रहा है, जिसके चलते ये दिन और भी खास बन गया है। इस दिन की गई पूजा का विशेष महत्व माना जाएगा।