अंक ज्योतिष का इतिहास भी काफी प्राचीन है, लेकिन वर्तमान में इसे न्यूमरोलॉजी के नाम जाना जाता है। भारत के साथ-साथ इसका प्रचार-प्रसार अब विदेशों में भी हो रहा है। इसके माध्यम से भी भविष्य के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है।
4 अगस्त, शुक्रवाकर को विभुवन संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जाएगा। इस दिन शतभिषा नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग और इसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग बनेगा। राहुकाल सुबह 10:55 से दोपहर 12:32 तक रहेगा।
4 अगस्त शुक्रवार को शतभिषा नक्षत्र होने से सौम्य और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग बनेगा। इनके अलावा शोभन और अतिगण्ड नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:55 से दोपहर 12:32 तक रहेगा।
Gyanvapi Masjid Update: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गुरुवार को ज्ञानवापी के ASI सर्वे की इजाजत दे दी। खास बात ये है कि जुलाई में कोर्ट में दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद अपने फैसले को रिजर्व कर लिया था। इस मामले से मुस्लिम पक्षकारों को झटका लगा है।
Shukra Rashifal August 2023: अगस्त 2023 का पहला ग्रह परिवर्तन शुक्र का होगा। ये ग्रह वर्तमान में वक्री स्थिति में हैं यानी उल्टी गति से चल रहा है, जिसके चलते ये राशि क्रम में पीछे की ओर कर्क राशि में प्रवेश करेगा। इस राशि में सूर्य भी स्थित है।
Shivji Ki Puja Mai Teen Baar Taali Kyo Bajate Hai: इन दिनों भगवान शिव की भक्ति का महीना सावन चल रहा है। इन दिनों में भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। भगवान शिव की पूजा करते समय कई नियमों और परंपराओं का पालन किया जाता है।
Vibhuvana Sankashti Chaturthi: धर्म ग्रंथों के अनुसार, अधिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को विभुवन संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। इस बार ये व्रत 4 अगस्त, शुक्रवार को है। ये व्रत 3 साल में एक बार किया जाता है, इसलिए इसका खास महत्व है।
धर्म ग्रंथों में दैनिक जीवन से जुड़े अनेक नियम बताए गए हैं। बहुत कम लोग इन नियमों के बारे में जानते हैं। विष्णु पुराण में 4 ऐसे कामों के बारे में बताया गया है जो कभी भी निर्वस्त्र यानी बिना कपड़ों के नहीं करना चाहिए। आगे जानिए कौन-से हैं वो 4 काम…
सोचिए अगर अंक न हो तो हमारा जीवन कैसा होगा? न तो हम कोई गणना कर पाएंगे न कोई हिसाब लगा पाएंगे। अंकों के माध्यम से भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में भी काफी कुछ जाना जा सकता है।
3 अगस्त, गुरुवार को पहले धनिष्ठा नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम का शुभ योग और इसके बाद शतभिषा नक्षत्र होने से वज्र नाम का अशुभ योग रहेगा। इनके अलावा सौभाग्य और शोभन नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:10 से 03:48 तक रहेगा।