Til Chaturthi Ke Upay: माघ मास में तिल चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इस व्रत में भगवान श्रीगणेश और चंद्रमा की पूजा का विधान है। इस बार ये व्रत 29 जनवरी, सोमवार को किया जाएगा। इस दिन उपाय भी किए जा सकते हैं।
Aaj Ka Panchang: 27 जनवरी, शनिवार को आश्लेषा नक्षत्र होने से मानस और इसके बाद मघा नक्षत्र होने से पद्म नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। राहुकाल सुबह 09:56 से 11:17 तक रहेगा। चंद्रमा सिंह राशि में प्रवेश करेगा।
Daily Horoscope 27 January 2024: 27 जनवरी को आश्लेषा नक्षत्र होने से मानस और मघा नक्षत्र होने से पद्म नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। आयुष्मान और सौभाग्य नाम के 2 अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे। शनिवार को चंद्रमा कर्क राशि से निकलकर सिंह में प्रवेश करेगा।
Vidur Niti: महाभारत में महात्मा विदुर महत्वपूर्ण पात्रों में से एक थे। महात्मा विदुर धृतराष्ट्र के भाई और हस्तिनापुर के महामंत्री थे। उनके द्वारा बताए गए लाइफ मैनेजमेंट के सूत्र आज भी बहुत उपयोगी हैं।
lucky girl according to palmistry: हस्तरेखा शास्त्र में कुछ खास चिह्नों के बारे में बताया गया है, ये खास चिह्न जिनकी हथेली में होते हैं, वो लड़की भाग्यशाली होती है। मां लक्ष्मी की कृपा सदा इन पर बनी रहती है।
महाभारत का युद्ध सिर्फ कौरवों और पांडवों तक ही सीमित नहीं था। इस युद्ध में अन्य देशों के राजाओं ने भी भाग लिया था। इस युद्ध में अरबों सैनिकों की मौत हुई थी। ये बात बहुत कम लोग जानते हैं कि युद्ध के दौरान दोनों पक्षों के लिए भोजन कौन बनवाता था?
Mouni Amawasya 2024 Kab Hai: हिंदू धर्म में कईं तिथियों का महत्व बताया गया है, अमावस्या भी इन तिथियों में से एक है। इस तिथि के स्वामी पितृदेवता हैं। एक साल में कुल 12 अमावस्या आती है, इनमें मौनी अमावस्या विशेष है।
Kalpwas Kya Hota Hai: हिंदू पंचांग के 11वें महीने को माघ कहते हैं। इस महीने से जुड़ी अनेक परंपराएं और मान्यताएं हैं। माघ मास में प्रयागराज में गंगा नदी के किनारे कल्पवास किया जाता है। इस दौरान अनेक कठोर नियमों का पालन करना पड़ता है।
हिंदू पंचांग में कुल 12 महीने बताए गए हैं, इनमें से 11वां है माघ। इस महीने का महत्व अनेक धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस महीने में राशि अनुसार उपाय करने से आपकी हर परेशानी दूर हो सकती है।
Aaj Ka Panchang: 26 जनवरी से हिंदू पंचांग के 11 वां महीना माघ शुरू हो रहा है। इस दिन पहले पुष्य नक्षत्र होने से उत्पात और इसके बाद आश्लेषा नक्षत्र होने से मृत्यु नाम के 2 अशुभ योग बनेंगे। राहुकाल सुबह 11:17 से दोपहर 12:39 तक रहेगा।