भारतीय रिजर्व बैंक के अवकाश कैलेंडर के अनुसार, सभी निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अप्रैल में दूसरे और चौथे शनिवार और रविवार सहित 15 दिनों के लिए बंद रहेंगे।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि अब सभी बैंकों और एटीएम नेटवर्क में यूपीआई का उपयोग करके कार्डलेस नकद निकासी की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है। यह सिस्टम एटीएम फ्रॉड को रोकने में काफी मददगार हो सकेगा।
अडानी ग्रुप ने भारत में 200 बिलियन डॉलर के मार्केट कैप वाले तीन सदस्यीय क्लब में भी प्रवेश किया। अन्य दो सदस्य मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस ग्रुप और टाटा ग्रुप हैं।
राजस्व सचिव तरुण बजाज ने कहा कि डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन रिपोर्टिंग वर्ष में 14.10 लाख रुपए करोड़ रहा, जो कि बजट अनुमान से 3.02 लाख करोड़ रुपए अधिक है। वित्त वर्ष 2022 में डायरेक्ट कलेक्शन 49 फीसदी बढ़ा, जबकि इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 30 फीसदी बढ़ा।
2014 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा कोयला ब्लॉकों को रद्द करने के बाद, थर्मल पॉवर प्लांट्स को कोयले की सप्लाई में तत्काल व्यवधान को रोकने के लिए, सरकार ने अलॉटमेंट रूट पर राज्य और केंद्रीय सरकारी कंपनियों को रद्द किए गए कई कोयला ब्लॉक आवंटित किए हैं।
एनपीसीआई के बयान के अनुसार "यूपीआई का उपयोग करके क्रिप्टोकरेंसी की खरीद के बारे में कुछ हालिया मीडिया रिपोर्टों के बाद भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम यह स्पष्ट करना चाहता है कि हम यूपीआई का उपयोग करने वाले किसी भी क्रिप्टो एक्सचेंज से अवगत नहीं हैं।
सब्जी विक्रेताओं के अनुसार उनकी बिक्री कम हो गई है और ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट बढऩे और खरीद मूल्य में अंतिम वृद्धि के कारण मुनाफा कम हो गया है। आलू, टमाटर, घिया, तोरई, नींबू के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं।
कार्डलेस कैश विड्रॉल सुविधा के तहत, व्यक्ति ऑटोमेटेड टेलर मशीन (एटीएम) पर किसी भी डेबिट कार्ड का उपयोग किए बिना कैश निकाल सकते हैं। कार्डलेस विड्रॉल अनुरोध न्यूनतम 100 रुपए प्रति ट्रांजेक्शन और अधिकतम 10,000 रुपए प्रति दिन या 25,000 रुपए प्रति माह तक किया जा सकता है।
RBI Monetary Policy: शुक्रवार को आरबीआई ने बेंचमार्क ब्याज दर को 4 फीसदी पर बरकरार रखा और बढ़ती महंगाई के बावजूद अपने उदार रुख को जारी रखने का फैसला किया। यह लगातार 11वीं बार है जब आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने यथास्थिति बनाए रखी है।
RBI MPC Meet: आरबीआई के गवर्नर ने कहा कि अब, दो साल बाद जब हम महामारी की स्थिति से बाहर निकल रहे थे, तो ग्लोबल इकोनॉमी ने 24 फरवरी से यूरोप में युद्ध की शुरुआत के साथ फिर से बदलाव देखें हैं।यूक्रेन-रूस वॉर की वजह से ग्लोबल इकोनॉमी पर जियो पॉलिटिकल टेंशन का दबाव देखने को मिला है।