सार

RBI Monetary Policy: शुक्रवार को आरबीआई ने बेंचमार्क ब्याज दर को 4 फीसदी पर बरकरार रखा और बढ़ती महंगाई के बावजूद अपने उदार रुख को जारी रखने का फैसला किया। यह लगातार 11वीं बार है जब आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने यथास्थिति बनाए रखी है।

RBI Monetary Policy: भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को बेंचमार्क ब्याज दर को 4 फीसदी पर बरकरार रखा और बढ़ती महंगाई के बावजूद अपने उदार रुख को जारी रखने का फैसला किया। यह लगातार 11वीं बार है जब आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने यथास्थिति बनाए रखी है। आरबीआई ने पिछली बार 22 मई, 2020 को अपनी नीतिगत रेपो दर या शॉर्ट टर्म लेंडिंग रेट को एक ऑफ-पॉलिसी साइकिन में संशोधित किया था ताकि ब्याज दर को ऐतिहासिक कम करके मांग को पूरा किया जा सके। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर आरबीआई ने अपनी पॉलिसी बैठक में किस तरह के फैसले लिए।

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आरबीआई मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की मुख्य विशेषताएं
1. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि अब, दो साल बाद जब हम महामारी की स्थिति से बाहर निकल रहे थे, वैश्विक अर्थव्यवस्था ने 24 फरवरी से यूरोप में युद्ध की शुरुआत के साथ बड़े बदलाव देखे हैं। जिसमें बड़े प्रतिबंध और जियो पॉलिटिकल टेंशन शामिल हैं।

2. केंद्रीय बैंक ने कहा कि वह लिक्विडिटी एडजस्मेंट फैसिलिटी की चौड़ाई को 50 आधार अंकों तक बहाल करेगा।

3. युद्ध आर्थिक सुधार में बाधा डाल सकता है। आरबीआई ने वित्त वर्ष 2023 के लिए विकास अनुमान घटाकर 7.2 प्रतिशत किया।

4. मार्जिनली स्टैंडिंग फैसिलिटी, यानी एमएसएफ दर और बैंक दर 4.25 फीसदी पर बरकरार रखा है। इसके अलावा, रिज़र्व बैंक द्वारा तरलता समायोजन सुविधाओं की चौड़ाई को बहाल करने का निर्णय लिया गया है, यानी एलएएफ कॉरिडोर को 50 आधार अंक रखा है।

5. आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें ऊंचे स्तर पर अस्थिर बनी हुई हैं।

6. आरबीआई बाजार में व्यवस्थित वित्तीय स्थिति बनाए रखेगा और वैश्विक स्पिलओवर के प्रभाव को रोकने के लिए कदम उठाएगा।

7. दास कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार महामारी से प्रेरित मंदी से उबर रही है।

8. एमपीसी ने रिवर्स रेपो दर को 3.35 पीसी पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया।

9. बड़े विदेशी मुद्रा भंडार से भारतीय अर्थव्यवस्था को राहत मिली है और आरबीआई अर्थव्यवस्था की रक्षा के लिए तैयार है।

10.  आरबीआई गवर्नर ने वित्त वर्ष 2023 के लिए महंगाई दर को 5.7 फीसदी रखने का फैसला किया है।