सार
मर्सडीज-बेंज (Mercedes-Benz), ऑडी (Audi) और लैम्बोर्गिनी (Lamborghini) जैसी प्रीमियम कारें बनाने वाली कंपनियों ने यह उम्मीद जाहिर की है कि साल 2021 के बजट में केंद्र सरकार वाहनों पर टैक्स में कमी करेगी। इन लग्जरी कार निर्माता कंपनियों का मानना है कि ज्यादा टैक्स होने की वजह से भारत में इन कारों का मार्केट आगे नहीं बढ़ पा रहा है।
ऑटो डेस्क। मर्सडीज-बेंज (Mercedes-Benz), ऑडी (Audi) और लैम्बोर्गिनी (Lamborghini) जैसी प्रीमियम कारें बनाने वाली कंपनियों ने यह उम्मीद जाहिर की है कि साल 2021 के बजट में केंद्र सरकार वाहनों पर टैक्स में कमी करेगी। इन लग्जरी कार निर्माता कंपनियों का मानना है कि ज्यादा टैक्स होने की वजह से भारत में इन कारों का मार्केट आगे नहीं बढ़ पा रहा है। बता दें कि कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) की वजह से भी ऑटोमोबाइल सेक्टर बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दुनिया की इन बड़ी ऑटो कंपनियों के सीनियर ऑफिशियल्स ने कहा है कि लग्जरी कारों पर बजट में अगर टैक्स बढ़ाया जाता है, तो इससे इनकी मांग बुरी तरह प्रभावित होगी और यह सेक्टर मंदी से उबर नहीं पाएगा।
क्या कहा मर्सडीज-बेंज के सीईओ ने
मर्सडीज-बेंज इंडिया (Mercedes-Benz India) के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ मार्टिन श्वेंक (Martin Schwenk) ने कहा कि किसी भी ऐसी चीज से जिससे मांग प्रभावित होती हो, बचना चाहिए। उनसे यह पूछा गया था कि कंपनी आने वाले बजट में लग्जरी कारों पर टैक्स को लेकर सरकार से क्या उम्मीद कर रह है। इस पर मार्टिन श्वेंक ने कहा कि लग्जरी कारों पर पहले से ही टैक्स की दर ऊंची है। इम्पोर्ट ड्यूटी से लेकर जीएसटी तक लग्जरी कारों पर 22 फीसदी तक टैक्स है। उन्होंने कहा कि मांग को बढ़ाने के लिए टैक्स में कमी किया जाना जरूरी है।
ऑटो मार्केट में लग्जरी कारें सिर्फ 1 फीसदी
बता दें कि प्रमुख लग्जरी कार कंपनियों के प्रबंधकों का मानना है कि देश के ऑटो मार्केट में लग्जरी कारें सिर्फ 1 फीसदी हैं। ऑडी इंडिया (Audi India) के प्रमुख बलवीर सिंह ढिल्लों का कहना था कि लग्जरी कार मार्केट अभी कोविड-19 महामारी के प्रभाव से उबर नहीं पाया है। उनका कहना था कि लग्जरी कारों पर टैक्स की दर ज्यादा है। साल 2020 में लग्जरी कारों का मार्केट में गिरावट आई है, जो अभी बनी हुई है।
टैक्स बढ़ने का नेगेटिव इम्पैक्ट
लैम्बोर्गिनी इंडिया (Lamborghini India) के प्रमुख शरद अग्रवाल का कहना था कि सुपर लग्जरी कारों के सेगमेंट को साल 2020 में काफी नुकसान हुआ है। उनका कहना था कि बजट में इस पर टैक्स बढ़ने का नेगेटिव इम्पैक्ट पड़ेगा। शरद अग्रवाल ने कहा कि यह सेगमेंट 2019 का स्तर हासिल कर लेता है, तो यह एक बड़ी उपलब्धि होगी, लेकिन टैक्स दर में बढ़ोत्तरी होने पर लग्जरी कारों का मार्केट ठहराव का शिकार हो जाएगा।