सार
बारिश के मौसम में कार चलाना काफी मुश्किल भरा होता है। इसका असर कार पर भी पड़ता है और उसकी माइलेज पर भी। मानसून में कार की माइलेज काफी कम हो जाती है। इस समस्या को समझकर माइलेज को बेहतर रखा जा सकता है।
ऑटो डेस्क : बारिश का मौसम कार के लिए समस्या लेकर आता है। मानसून में कार चलाना काफी मुश्किल वाला भी होता है। कई बार पानी में जाकर कार बंद हो जाती है तो कभी ब्रेक पैड्स में मिट्टी-कीचड़ फंसने से आवाज आने लगती है। तेज बरसात में कार चलाने पर विंडशील्ड पर धुंध आने और विजिबिलिटी कम होने की समस्या भी आती है। कुछ लोगों की शिकायत होती है कि इस दौरान कार की माइलेज (Car Mileage Tips) भी कम हो जाती है। क्या सचमुच बारिश में कार की माइलेज पर असर पड़ता है? अगर हां तो चलिए समझते हैं आखिर ऐसा क्यों होता है...
बारिश में क्यों कम हो जाती है कार की माइलेज
1. कार की AC बंद रखने से
आपको ताज्जुब होगा कि कार की एसी बंद रखने से मानसून में माइलेज कम हो जाता है। दरअसल, मौसम सुहाना होने के चलते लोग अपनी कार का एसी बंद कर देते हैं और कांच खोल देते हैं। अगर कार में सनरूफ है तो उसका आनंद उठाते हैं। ऐसे में कार को लगातार एयर प्रेशर का धक्का मिलता रहता है। जिसकी वजह से कार को आगे ले जाने में इंजन को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इस वजह से फ्यूल ज्यादा खर्च होता है और माइलेज कम हो जाती है।
2. पानी में कार चलने से
बारिश के मौसम में ज्यादातर सड़क पर पानी भरा होता है। ऐसे में पानी में लगातार कार चलाने से उसकी माइलेज कम होती है। ऐसा कार पर पड़ने वाले पानी के प्रेशर की वजह से होता है। इस स्थिति में कार पहले या दूसरे गियर में चलाना पड़ता है और इंजन को ज्यााद फ्यूल कंज्यूम करना पड़ता है, जिससे माइलेज नीचे आ जाता है।
3. नमी के चलते
बारिश में कार की माइलेज कम होने का सबसे बड़ा फैक्टर ह्यूमिडिटी भी होती है। दरअसल, मानसून में कार का इंजन हीट होता है और बाहर ज्यादा ह्यूमिडिटी होती है। ऐसे में इंजन के चारों ओर पानी की बूंदे आ जाती हैं। इस वजह से इंजन पूरी कैपेसिटी से फ्यूल को कंज्यूम करने लगता है और इसका वेस्टेज होने लगता है, जो काफी कम होता है, जिसकी वजह से कार की माइलेज नीचे गिर जाती है।
इसे भी पढ़ें
5 फीचर्स देखकर खरीदेंगे कार, नहीं होना पड़ेगा परेशान, बड़ी मुसीबत से भी बच जाएंगे
तेज बारिश में कार चलाना खतरनाक ! बदल लें 5 सेटिंग्स, ड्राइविंग हो जाएगी आसान