सार

अध्ययन से पता चलता है कि लंदन में रहने वाले युवा और मोटर चालक इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में शिफ्ट होने की मंशा रखते हैं। 18-24 वर्ष की आयु के लगभग 49 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि वे electric car lesson में रुचि लेंगे, जबकि लंदन (London) में रहने वाले 53 प्रतिशत लोगों ने यही बात कही है।

ऑटो डेस्क । एक स्टडी जानकारी मिली है कि यूके में लगभग पचास फीसदी ड्राइवर इलेक्ट्रिक कारों की ड्राइविंग का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। शोध में पाया गया है कि यूके में यदि ड्राइविंग स्कूल ईवी के संबंध में प्रशिक्षण शुरू करते हैं तो लगभग आधे मोटर चालक उस कोर्स को जरुर ज्वाइन करेंगे। अध्ययन में दावा किया गया है कि उसने जिन 13,000 ड्राइवरों का सर्वेक्षण किया उनमें से 44 प्रतिशत को नई clean mobility technology के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने की प्रबल इच्छा है।

ये भी पढ़ें- Pakistan में 160 रुपए लीटर हुआ पेट्रोल, मंत्री के ईंधन कम खर्च करने की सलाह पर भड़के लोग

ईवी ड्राइविंग की तरफ झुकाव
अध्ययन से पता चलता है कि लंदन में रहने वाले युवा और मोटर चालक इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में शिफ्ट होने की मंशा रखते हैं। 18-24 वर्ष की आयु के लगभग 49 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि वे electric car lesson में रुचि लेंगे, जबकि लंदन (London) में रहने वाले 53 प्रतिशत लोगों ने यही बात कही है।

ये भी पढ़ें-भारत में बनी BMW X3 SUV लॉन्च, डीजल वेरिएंट के लिए चुकानी होगी बस इतनी कीमत, देखें इसके फीचर्स

रेगुलर वाहन चलाने वाले हो सकते हैं भ्रमित
अध्ययन का दावा है कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए वरीयता में यह बदलाव ब्रिटेन की राजधानी शहर में अल्ट्रा-लो एमिशन जोन (Ultra-Low Emission Zone) के हालिया विस्तार की वजह से हो सकता है। यह रणनीति ड्राइवरों को अत्यधिक प्रदूषण वाले पेट्रोल या डीजल इंजन वाले वाहनों के बजाय कम उत्सर्जन या शून्य उत्सर्जन वाले वाहनों को चलाने पर विचार करने के लिए प्रेरित कर सकती है। शोध में यह भी दावा किया गया है कि इलेक्ट्रिक कारों को ऑपरेट करना उन मोटर चालकों के लिए भ्रमित करने वाला है जो लंबे समय से पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों के आदी हैं। 

ये भी पढ़ें-   मेड इन इंडिया Royal Enfield Scram 411 फैक्ट्री से निकलकर डीलरशिप तक पहुंची, देखें ग्राहकों को

पेट्रोल- डीजल कारों की बिक्री पर प्रतिबंध 
यूके इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए प्रमुख बाजारों में से एक है। यह 2021 में यूरोपीय देशों में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री के मामले में टॉप मार्केट में से एक था। यूके सरकार पहले ही नई पेट्रोल और डीजल कारों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर चुकी है। यह अधिक लोगों को इलेक्ट्रिक वाहनों के बारे में खुलकर सोचने के लिए प्रेरित कर रहा है। चार्जिंग के दौरान ईवी चलाना सीखना उनके लिए पहली प्राथमिकता है और रेंज सेकेंडरी है।

ये भी पढ़ें- भारत में बनी BMW X3 SUV लॉन्च, डीजल वेरिएंट के लिए चुकानी होगी बस इतनी कीमत, देखें इसके फीचर्स