सार

FASTag एक्टीवेट करते समय यूजर्स को वॉलेट या बैंक अकाउंट से उसे लिंक करना होता है। इससे टोल नाकों को क्रॉस करते समय ये चार्ज ऑटो मोड में लैस हो जाता है। इस वजह से  पुरानी कार बेचने या फिर एक्सचेंज ऑफर के जरिए कार खरीदने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरुरी है।

ऑटो डेस्क। देश में यातायात में गति लाने के लिए हाइवे का निर्माण तो हो रहा है। वहीं टोल नाकों से बिना किसी अड़चन के गुजरने के लिए भारत में फास्टैग अनिवार्य कर दिया गया है। फास्टैग को पूरे देश में लागू करने के साथ ही परिवहन विभाग अब भी इसका इस्तेमाल न करने वालों पर दोगुना जुर्माना लगा रही है। इस फास्ट टैग कैसे काम करता है, इससे कहीं आपको नुकसान तो नहीं हो जायेगा, ये तमाम जानकारी आपको होना बेहद जरुरी है। यदि आप नए वाहन खरीदने जा रहे हैं तो शोरूम से ही फास्टटैग एक्टीवेट कर लीजिए। यदि आपने पुरानी गाड़ी एक्सचेंज करवाई है तो  फास्टैग जरुर डीएक्टीवेट कर दें, नहीं तो आपके अकाउंट से बैलेंस कम होता रहेगा।

पेटीएम और प्रायवेट- सरकारी बैंक देते हैं सुविधा
 कार को बदलने या पुरानी कार बेचने या फिर एक्सचेंज ऑफर के जरिए कार खरीदने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरुरी है। दरअसल ओल्ड कार में लगे फास्टैग को डीएक्टिवेट करने का तरीका आपको आना चाहिए,  हालांकि पेटीएम और प्रायवेट- सरकारी बैंकों ने यूजर्स के लिए फास्टैग की सुविधा दी है, जिससे इसे आसानी से एक्टीवेट और डीएक्टीवेट किया जा सकता है।  

कार बेचते समय डीएक्टीवेट करें अकाउंट
FASTag एक्टीवेट करते समय यूजर्स को वॉलेट या बैंक अकाउंट से उसे लिंक करना होता है। इससे टोल नाकों को क्रॉस करते समय ये चार्ज ऑटो मोड में बैलेंस लैस हो जाता है। ध्यान रखने वाली  बात ये है कि  हम अगर कार बेचते या खरीदते हैं, तो हम पुराना फास्टैग नहीं हटाते हैं, वहीं कार का अगला खरीदार इसे यूज करता है तो फास्टैग से आपके अकाउंट से रकम काटना जारी रखेगा। कार बेचने के दौरान ज्यादातर लोग उसमें लगा फास्टैग डीएक्टीवेट नहीं करते हैं, जिससे उन्हें नुकसान होता रहता है।  फास्टैग में दर्ज सीरियल नंबर की जानकारी आपको होना जरूरी है, वरना फास्टैग को डीएक्टिवेट नहीं किया जा सकेगा। ये नंबर आप अपने पास जरुर कहीं नोट करके रख लें। 

इस तरह करें डीएक्टिवेट
रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से फास्टैग डीएक्टीवेट नहीं कर पा रहे हैं तो यूजर्स टोल फ्री नंबर 1800-120-4210 पर कॉल करके दिए गए दिशा निर्देशों के मुताबिक इसे डीएक्टीवेट कर सकते हैं। यूजर्स वहां भी कॉल कर सकते हैं, जहां से  फास्टैग एक्टिवेट कराया था। इसके पश्चात संबंधित मोबाइल पर लिंक आएगी, जहां गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर, फास्टैग का सीरयल नंबर भरना होगा। इसके बाद उसे डिएक्टिवेट किया जा सकता है।