सार

कोरोना वायरस का कहर देश भर में जारी है, लगातार नए मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। वहीं इस भयावह बीमारी का सीधा असर देश के ऑटोमोबाइल बाजार पर भी पड़ रहा है

ऑटो डेस्क: कोरोना वायरस का कहर देश भर में जारी है, लगातार नए मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। वहीं इस भयावह बीमारी का सीधा असर देश के ऑटोमोबाइल बाजार पर भी पड़ रहा है। इस वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में सम्पूर्ण लॉक डाउन किया गया है और वाहन निर्माता कंपनियों ने वाहनों के प्रोडक्श को बंद कर दिया है। 

देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी Maruti Suzuki का उत्पादन बीते मार्च महीने में 32.05 प्रतिशत घट गया है। बीते मार्च महीने में मारुति ने महज 92,540 वाहनों का ही प्रोडक्शन किया है, जो कि पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले 32 प्रतिशत कम रहा। 

ये कार भी रह गई पीछे

पिछले साल के मार्च महीने में कंपनी ने 1,36,201 वाहनों का उत्पादन किया था। वहीं यात्री वाहनों का उत्पादन 32.26 प्रतिशत घटकर 91,602 यूनिटस रहा, पिछले साल के मार्च महीने में कंपनी ने 1,35,236 यूनिट्स यात्री वाहनों का प्रोडक्शन किया था।

Maruti की मिनी और कॉम्पैक्ट सेगमेंट की ऑल्टो, एस-प्रेसो, वैगनआर, सेलेरियो, इग्निस, स्विफ्ट, बलेनो और डिजायर जैसी गाड़ियों के उत्पादन में भी करीब 32 फीसदी की कमी आई है।

प्लांट में उत्पादन बंद

गौरतलब है कि देशव्यापी लॉकडाउन के कारण मारुति समेत ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की अन्य कंपनियों ने अपने प्लांट में उत्पादन का कार्य फिलहाल बंद कर दिए हैं। ऐसे में ऑटो विनिर्माण उद्योग संगठन SIAM ने हर दिन 2300 करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका जताई है। 

(फाइल फोटो)