सार

 Electric scooters facing battery theft in Italy  : एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि साल 2020- 21 में इलेक्ट्रिक वाहनों से लगभग 700 बैटरी पैक चोरी हुए हैं। इटली में सबसे पॉप्युलर इलेक्ट्रिक स्कूटर कंपनियों में से एक, सिटी स्कूटर ने 2020 में बैटरी चोरी की एक बड़ी संख्या बताई है।

ऑटो डेस्क, Electric scooters facing battery theft in Italy  : भारत सहित दुनियाभर में इलेक्ट्रिक व्हीकल की डिमांड तेजी से बढ़ी है। पेट्रोल की बढ़ती कीमतों की वजह से ज्यादातर लोग इलेक्ट्रिक व्हीकल ही खरीद रहे हैं। ईवी में सबसे महंगा पार्ट उसीक बैटरी होती है, इसी से इसकी कीमत बढ़ जाती है, वहीं इसमें एक ट्विस्ट भी होता है, दरअसल हर महंगी चीजों पर चोरों की भी निगाह होती है 

 इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी चोरी के बढ़े मामले
 Moto.It की रिपोर्ट के मुताबिक, इटली में इलेक्ट्रिक स्कूटर के मालिक चोरी के बढ़ते खतरे का सामना कर रहे हैं, चोर इन इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी को निशाना बना रहे हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हाल ही में इटली के मिलान में इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी चोरी करने के आरोप में 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इससे यह भी पता चलता है कि इलेक्ट्रिक साइकिल और ई-स्कूटर जैसे इलेक्ट्रिक वाहन इससे सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। चोरों ने बैटरी के सेल को नष्ट करने और उन्हें काला बाजार या पुराने बाजार में बेचने का पूरा जुगाड़ जमा लिया है, वहीं जिन  खरीदारों को अपने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए  बैटरी की तलाश है , वो अनजाने में चोरी की बैटरी खरीद रहे हैं, जो क्राइम की कैटेगिरी में आता है। 

 एक ही कंपनी की स्कूटर से 600 बैटरी चोरी 
एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि साल 2020- 21 में इलेक्ट्रिक वाहनों से लगभग 700 बैटरी पैक चोरी हुए हैं। इटली में सबसे पॉप्युलर इलेक्ट्रिक स्कूटर कंपनियों में से एक, सिटी स्कूटर ने 2020 में बैटरी चोरी की एक बड़ी संख्या बताई है। इस कंपनी ने बताया लगभग 600 बैटरी चोरी हो गई हैं, जिसकी कीमत लगभग 600,000 यूरो है। एक  वाहन की बैटरी पैक की कीमत लगभग 1,000 यूरो है। वाहन चोरी और वाहन के पुर्जे की चोरी वैश्विक ऑटोमोटिव उद्योग में हमेशा से एक बड़ा खतरा रहा है।

इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग और पॉप्युलरिटी बढ़ने के साथ बैटरी पैक की चोरी की संख्या में वृद्धि देखने को मिलेगी। इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी स्वैपिंग तकनीक की वजह से बैटरी चुराना  ज्यादा आसान हो गया है।