सार

तमिलनाडु से एक और नई चौंकाने वाली घटना सामने आई है जहां एक ओकिनावा डीलरशिप ( Okinawa dealership) आग की लपटों में घिर गई। आग सबसे पहले एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में लगी थी। 

ऑटो डेस्क। देश के अलग-अलग हिस्सों में गर्मी लगातार बढ़ती चली जा रही है। बीते कुछ दिनों में कई इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने की घटनाएं सुर्खियों में रही हैं। ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर (Ola Electric scooter) में आग लगने के तुरंत बाद, और कथित तौर पर 40 से अधिक जितेंद्र ईवी (Jiterndra EVs ) ले जा रहा एक पूरा ट्रक ईवी की आग के कारण जलकर राख हो गया। 

ओकिनावा डीलरशिप में लगी आग 
वहीं अब तमिलनाडु से एक और नई चौंकाने वाली घटना सामने आई है जहां एक ओकिनावा डीलरशिप ( Okinawa dealership) आग की लपटों में घिर गई। आग सबसे पहले एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में लगी थी, जानकारी के मुताबिक डीलरशिप के अंदर पार्क करते समय एक स्कूटर में आग लग गई। गनीमत रही कि किसी को चोट नहीं आई और बाद में स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया। आग से डीलरशिप को कितना नुकसान हुआ है इसका फिलहाल पता नहीं चल पाया है, लेकिन काले धुएं गुबार देखकर लोगों की यही राय है कि पूरा शो रूम जलकर खाक हो गया है। 

#Okinawa dealership in TN goes up in flames due to a reported #EVfire. Instances like this threaten to create an atmosphere of rampant skepticism about the crucial safety aspects of EVs. What do you have to say? @OkinawaAutotech pic.twitter.com/cvDzlEE1LZ

एक और घटना ने चौंकाया
बिहार के लालगंज में इसी तरह की एक घटना सामने आई है। यहां प्योर ईवी डीलर,  इलेक्ट्रिक स्कूटर के बैटरी में खराबी का आरोप लगा रहे हैं। डीलरशिप के मालिक विवेक रंजन का कहना है कि  "बैटरी में समस्याएं आने की वजह से एक ग्राहक ने रेंज में गिरावट की बात कही थी, इस बारे में शिकायत करते हुए उक्त ग्राहक ने हमारे पास एक बैटरी छोड़ दी थी,  मेरे शोरूम में बैटरी फट गई और आग लग गई। सौभाग्य से शोरूम के  स्टाफ को इससे नुकसान नहीं पहुंचा है।

ओकिनावा ने रिकॉल की हजारों स्कूटर
इस बीच, ओकिनावा ( Okinawa) ने हाल ही में बैटरी से संबंधित किसी भी समस्या को दूर करने के लिए 3,215 प्रेज प्रो स्कूटरों  (Praise Pro scooters) को तत्काल प्रभाव से रिकॉल किया है।

ईवीएस में आग लगने की मुख्य वजह ?
ईवी में मुख्य रूप से तीन कारणों से आग लग रही है। इसमें लो कैटेगिरी वाले लिथियम सेल प्रमुख वजह है। वहीं बैटरी के अंदर सेल रिसाव, और बैटरी नियंत्रक और मोटर (पावरट्रेन) ( parameters of battery controller and motor ) के मापदंडों के बीच बेमेल तालमेल होने से बैटरी में विस्फोट की समस्या देखी गई है। 

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