सार

लोहिया ऑटो इंडस्ट्रीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आयुष लोहिया ने भाषा से बृहस्पतिवार कहा कि कंपनी नये साल में उभरते ई-वाहन बाजार की संभावनाओं पर ध्यान देगी

नई दिल्ली: वाहन विनिर्माता लोहिया ऑटो की योजना अगले साल पांच नये उत्पाद पेश करने की है जिसमें तीन इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहन तथा दो ई-स्कूटर होंगे। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी। लोहिया ऑटो इंडस्ट्रीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आयुष लोहिया ने भाषा से बृहस्पतिवार कहा कि कंपनी नये साल में उभरते ई-वाहन बाजार की संभावनाओं पर ध्यान देगी।  उन्होंने कहा, ''अब ई-वाहनों की मांग बढ़ रही है। इसे देखते हुए हम अगले साल तीन तिपहिया वाहन और दो स्कूटर पेश करेंगे। हम पहला वाहन फरवरी में पेश करेंगे। उसके बाद हर दो-तीन महीने में एक नया उत्पाद उतारा जाएगा।''

लोहिया ने बताया कि चालू वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी की बिक्री में 20-25 प्रतिशत गिरावट चल रही है। पूरा वाहन उद्योग मांग में गिरावट से प्रभावित है। उन्होंने कहा, ''नये साल को लेकर हम आशान्वित है। हम नये ई-वाहनों की जो पेशकश करने जा रहे है उससे हमारा प्रदर्शन बेहतर होने की उम्मीद है।''

ई-स्कूटर ई-रिक्शा की हो रही है बिक्री

लोहिया ऑटो इंडस्ट्रीज अभी ओमा ई-स्कूटर और हमराही तथा कम्फर्ट ई-रिक्शा की बिक्री कर रही है। कंपनी हमसफर तिपहिया के पेट्रोल व डीजल संस्करणों का निर्यात भी करती है। कंपनी ने मोटरसाइकिल बाजार में उतरने के लिये यूएम मोटरसाइकिल्स के साथ सितंबर 2014 में संयुक्त उपक्रम भी बनाया था। हालांकि संयुक्त उपक्रम सफल नहीं हो सका और अंतत: इसे कारोबार समेटना पड़ा।

भविष्य में संयुक्त उपक्रम की संभावना के बारे में पूछे जाने पर लोहिया ने कहा, ''निश्चित ही संयुक्त उपक्रम को लेकर हमारा एक अनुभव खराब रहा, लेकिन हमने भविष्य में नये संयुक्त उपक्रम बनाने को लेकर विकल्प खुले रखे हैं।''

उत्तराखंड के काशीपुर होता है वाहनों का निर्माण 

संयुक्त उपक्रम यूएम लोहिया के डीलरों के द्वारा कानूनी प्रक्रिया अपनाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने टिप्पणी करने से मना कर दिया। कंपनी अभी उत्तराखंड के काशीपुर में स्थित संयंत्र में अपने वाहनों का विनिर्माण करती है। इस संयंत्र की क्षमता सालाना एक लाख वाहन बनाने की है।

नया संयंत्र शुरू करने के बारे में पूछे जाने पर लोहिया ने कहा, ''हमारी योजना इसी वित्त वर्ष में एक नया संयंत्र शुरू करने की थी। हालांकि मांग सुस्त रहने के कारण हमें इस योजना को टालना पड़ा है। हम जून 2020 के बाद इस बारे में नये सिरे से विचार करेंगे।''

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)