सार
साइकिल से घर पहुंचे इस शख्स की स्टोरी सोशल मीडिया पर काफी पसंद की जा रही है। वहीं बिहार की बेटी ज्योति की कहानी भी लोगों को काफी पसंद आई थी। ज्योति पिता को बैठाकर दिल्ली से घर बिहार पहुंची थी। ज्योति ने करीब 1200 किमी का सफर अकेले तय किया था।
ऑटो डेस्क. कोरोना के कारण कुछ राज्यों में फिर से लॉकडाउन के नियम फॉलो किए जा रहे हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट चल रहे हैं लेकिन इसमें सफर करना रिस्की भी है। ऐसे में अधिकतर लोग खुद की गाड़ी का इस्तेमाल ज्यादा कर रहे हैं। हालांकि कोविड टाइम में अभी भी लोग घर-परिवारों से दूर फंसे हुए हैं। इसी कारण एक लड़का अपने मां-बाप से मिलने सैकड़ों किलोमीटर साइकिल चलाकर घर पहुंचा। ये प्रेरणात्मक कहानी सोशल मीडिया पर काफी पसंद की जा रही है।
इनका नाम है राहुल आर नायर जो कोविड के चलते पब्लिक ट्रांसपोर्ट का रिस्क नहीं ले सकते थे। इसलिए वो बेंगलुरु से अपने घर कोच्चि साइकिल चलाकर घर गए। कुल मिलाकर राहुल ने करीब 550 किलोमीटर का सफर सिर्फ साइकिल के सहारे तय किया। वो भी सिर्फ माता-पिता से मिलने के लिए! हाउ स्वीट!
लाइसेंस हो गया था एक्सपायर
राहुल का फॉर व्हीलर लाइसेंस सितंबर में ही एक्सपायर हो गया था। फिर उन्होंने ये निर्णय लिया कि वो बेंगलुरु से अपने घर साइकिल से ही जाएंगे। बता दें कि राहुल एक स्टार्टअप चलाते हैं। पहले वो कॉलेज के स्टूडेंट्स को फाइनेंस पढ़ाते थे।
साइकिल से जाते थे कॉलेज
जब राहुल कॉलेज में थे तो वो रोज 60 किलोमीटर का सफर अपनी साइकिल से ही करते थे। फिलहाल अपने घर की ओर राइड उन्होंने 18 नवंबर को शुरू की थी। बेंगलुरु, मैसूर, कोझिकोड से होते हुए वो कोच्चि अपने घर पहुंचे। 21 तारीख को वो अपने घर पहुंच गए थे।
जब पंचर हो गई साइकिल
राहुल ने बताया कि तीसरे दिन उनकी साइकिल दो बार पंचर भी हुई पर कुल मिलाकर ये राइड काफी अच्छी थी। हालांकि उन्होंने रास्ते में 22 किलोमीटर का जंगल भी पार किया। साइकिल से घर पहुंचे इस शख्स की स्टोरी सोशल मीडिया पर काफी पसंद की जा रही है। वहीं बिहार की बेटी ज्योति की कहानी भी लोगों को काफी पसंद आई थी। ज्योति पिता को बैठाकर दिल्ली से घर बिहार पहुंची थी। ज्योति ने करीब 1200 किमी का सफर अकेले तय किया था।