सार
तीसरे फेज के कैम्पेन के दौरान अश्विन चौबे मधुबनी की एक सभा में विपक्ष पर निशाना साधने के दौरान राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव को लेकर विवादित बयान दिया है।
मधुबनी/पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में नेताओं ने विवादित बयान दिए हैं। इसमें सीनियर और कई मंत्री भी शामिल हैं। अब बिहार के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विन चौबे का नाम भी इसमें शामिल हो गया। तीसरे फेज के कैम्पेन के दौरान अश्विन चौबे मधुबनी की एक सभा में विपक्ष पर निशाना साधने के दौरान राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव को लेकर विवादित बयान दिया है।
अश्विन चौबे ने बिहार में लालू-राबड़ी राज के कार्यकाल को जंगलराज बताते हुए नीतीश के नेतृव में एक बार फिर एनडीए सरकार के लिए वोट मांगा। अश्विन चौबे ने कहा- आज नौकरी देने का वादा करने वाले बताएं कि लालू-राबड़ी के राज में बजट कितना था? अश्विन चौबे ने कहा- ये बात कौन बोलता है? दिल्ली में बैठा परिवारवाद का उदाहरण देता हुआ 'पप्पू', दूसरा बिहार में बैठा जिसका पिता चारा खा गया 'लफ्फू' और तीसरा जो खुद चारा खा कर रांची जेल में बंद है 'गफ्फू'।
तेजस्वी यादव के वादे को बताया मुंगेरीलाल का सपना
अश्विन चौबे ने एनडीए को जितवाने की अपील करते हुए कहा- मुंगेरीलाल का हसीन सपना देखने वालों को जल्द ही निराशा हाथ लगेगी। इन 'पप्पू, लफ्फू और गफ्फू' के चक्कर में बिहार की जनता को नहीं पड़ना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि चोरी, डकैती और लूट करने वाला महागठबंधन बिहार में वर्षों से चोरी और जनता लूटता रहा है। जो दसवीं पास भी नहीं हैं वो सिर्फ मुंगेरीलाल के सपने देख रहे हैं। बताते चलें कि महागठबंधन के सीएम फेस तेजस्वी यादव ने बिहार में सरकार बनने पर कैबिनेट की पहली कलम से 10 लाख स्थायी सरकारी नौकरियों को देने का वादा किया है।
कौन हैं अश्विन चौबे?
अश्विन चौबे 17वीं लोकसभा के सदस्य हैं और पीएम नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री हैं। अश्विन चौबे की गिनती बिहार बीजेपी के दिग्गज नेताओं में होती है। बक्सर इनका निर्वाचन क्षेत्र है। केंद्र में आने से पहले वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कैबिनेट में भी मंत्री रह चुके हैं। चौबे ने 2013 में केदारनाथ की त्रासदी पर एक किताब भी लिखी है।
(फोटो : मिथिला की पाग पहने हुए अश्विन चौबे)