सार
बीजेपी के दिग्गज नेता रामकृपाल यादव (BJP MP Ramkripal Yadav) ने क्षमताओं पर सवाल उठाते हुए कहा- तेजस्वी की एकमात्र खासियत सिर्फ आरजेडी चीफ लालू यादव (Lalu Yadav) का बेटा होना भर है।
पटना। बिहार में 243 विधानसभा (Bihar Assembly polls 2020) सीटों पर चुनाव की घोषणा से पहले ही बीजेपी और एनडीए (NDA) के कद्दावर नेताओं का हमला तेजस्वी यादव पर बढ़ता ही जा रहा है। चुनाव में तेजस्वी न सिर्फ आरजेडी (RJD) बल्कि महागठबंधन का भी चेहरा हैं। पार्टी और महागठबंधन ने उन्हें नीतीश के सामने युवा मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किया है। हालांकि अब एनडीए इसी चेहरे की योग्यता पर सवाल उठाने लगा है। बीजेपी के दिग्गज नेता रामकृपाल यादव (BJP MP Ramkripal Yadav) ने क्षमताओं पर सवाल उठाते हुए कहा- तेजस्वी की एकमात्र खासियत सिर्फ आरजेडी चीफ लालू यादव (Lalu Yadav) का बेटा होना भर है।
रामकृपाल ने कहा- नेता के अंदर पार्टी और गठबंधन के सब लोगों को साथ लेकर चलने की ताकत होती है। मगर तेजस्वी इतने योग्य ही नहीं कि वो सबको साथ लेकर आगे बढ़ सकें। बीजेपी नेता ने एनडीए में किसी तरह के मतभेद को भी सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा कि एनडीए चुनाव में भारी जीत के साथ फिर वापसी करेगा।
महागठबंधन में भगदड़, अयोग्य तेजस्वी पर कई सवाल
रामकृपाल ने कहा, "तेजस्वी (Tejaswi Yadav) मुंह में चांदी की चम्मच लेकर पैदा हुए हैं। लालू का बेटा होना ही उनकी ताकत है। उनके पास इसके अलावा और कुछ नहीं है। तेजस्वी की न कोई पहचान नहीं है।" यह भी दावा किया, "नेतृत्व नहीं होने की वजह वह अपनी पार्टी को सहेज भी नहीं पा रहे हैं। भगदड़ मची है। आरजेडी के विधायक और नेता पार्टी छोड़कर भाग रहे हैं।"
तेजस्वी के सीएम फेस पर सवाल
बीजेपी नेता ने दावा किया कि चुनाव में महागठबंधन (Mahagathbandhan) की बुरी हार निश्चित है। जिस तरह से चुनाव से पहले आरजेडी (RJD) में झगड़ा दिख रहा है वो साफ इशारा है कि महागठबंधन में सहयोगी दल मुख्यमंत्री के चेहरे पर एकजुट नहीं हैं। यहां तक कि कांग्रेस (Congress) भी तेजस्वी यादव के नेतृत्व को स्वीकार करने में संकोच दिखा रही है।
एनडीए में कोई विवाद नहीं
चिराग पासवान (Chirag Paswan) और नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के बीच वर्चस्व और सीटों के बंटवारे में कथित विवाद को लेकर रामकृपाल ने कहा, एलजेपी-जेडीयू (LJP-JDU) को लेकर जिस तरह के विवाद का दावा किया जा रहा है वैसा कुछ है नहीं। जो मामूली मतभेद हैं उन्हें सुलझा लिया जाएगा। एनडीए के नेता आपस में बातचीत कर रहे हैं और जल्द ही हल निकाल लेंगे। चुनाव की घोषणा तक सबकुछ ठीक कर लिया जाएगा। हम एकजुट हैं और विधानसभा चुनाव के नतीजों में एनडीए की ताकत दिखेगी।