सार
बिहार में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। नवजात बच्चे भी इसकी जद में आ रहे हैं। पटना में 20 दिन का एक नवजात भी कोरोना संक्रमित पाया गया है।
पटना। कोरोना से बचाव के लिए 24 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन है। बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन में लॉकडाउन-4 लगाए जाने का संकेत भी मिला है। लॉकडाउन और सोशल डिस्टेसिंग के लिए केंद्र-राज्य सरकार के साथ-साथ पूरा प्रशासनिक अमला जुटा है। इसके बावजूद कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
बुधवार को बिहार में कोरोना के 74 नए मरीज मिले। इसमें बीएमपी के दो जवानों के साथ 20 दिन का एक बच्चा भी शामिल है। पटना के कोरोना संक्रमित क्षेत्र बेलछी से लॉकडाउन-2 में जन्मा बच्चा कोरोना संक्रमित मिला। कहा जा रहा है कि यह राज्य का सबसे कम उम्र का कोरोना संक्रमित है।
राज्य में सातवीं मौत
पटना में बुधवार को कोरोना के 9 नए केस मिले। राजधानी में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर 99 हो गई। वहीं बुधवार को कोरोना से राज्य में सातवीं मौत भी हुई। आलमगंज की रहने वाली 56 वर्षीय आशा देवी की एनएमसीएच में मौत हो गई। आशा को 8 मई को एनएमसीएच में भर्ती किया गया था। बुधवार को पॉजिटिव मिले कुल 74 मरीजों में से 50 से ज्यादा प्रवासी मजदूर हैं जो बीते दिनों दूसरे राज्यों से यहां आए हैं। इस समय राज्य का सबसे ज्यादा संक्रमित जिला मुंगेर है। जहां कोरोना के मरीजों की संख्या 122 है। बुधवार को भी मुंगेर में 6 नए मरीज मिले।
राज्य के सभी जिले कोरोना की जद में
बुधवार को मिले कोरोना पॉजिटिव में नवादा के 9, भोजपुर के 7, भागलपुर और मुंगेर के 6-6, बेगूसराय, सीवान और बांका के 4-4, बक्सर, रोहतास, बेगूसराय, खगड़िया, सुपौल और मुजफ्फरपुर के 3-3, गोपालगंज के 2, औरंगाबाद, लखीसराय, पूर्वी चंपारण,मधुबनी और कैमूर के एक-एक मरीज हैं। राज्य के सभी 38 जिले अब कोरोना की जद में है।
लंबे समय तक कोरोना संक्रमण से बचा जमुई में भी प्रवासी मजदूर के जरिए कोरोना की एंट्री हो चुकी है। इस बीच प्रतिदिन बाहर से प्रवासी मजदूरों राज्य के अलग-अलग जिलों में आ रहे है। जिनसे कोरोना का आंकड़ा और बढ़ने की आशंका है।