सार
पिछले दिनों दरभंगा के एक घर से कई सांपों के पकड़े जाने की खबर लोकल मीडिया ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी। खबर यह थी कि एक रिहायशी घर से सपेरे ने कई छोटे-बड़े सांपों को पकड़ा गया।
दरभंगा। पिछले दिनों दरभंगा के एक घर से कई सांपों के पकड़े जाने की खबर लोकल मीडिया ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी। खबर यह थी कि एक रिहायशी घर से सपेरे ने कई छोटे-बड़े सांपों को पकड़ा गया। कहा गया कि घर का मालिक बाथरुम में नहा रहा था, तभी एक सपोला उसके पांव में लिपटा। जब वो बाथरुम से बाहर निकले तो घर में इधर-उधर कई सांप के कई बच्चे टहल रहे थे। गृहस्वामी विनय झा ने पड़ोसियों को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद एक सपेरे आया और सांपों को पकड़ कर बाहर निकाला। हालांकि अब इस मामले में विनय झा की प्रतिक्रिया सामने आई है।
विनय झा ने घर से सांपों के मिलने के मामले को मोहल्लेवालों की साजिश से जोड़ा। विनय झा ने एशियानेट हिंदी से कहा, "8 मई के दिन एक फीट लंबा कोबरा मेरे बाथरूम में मिला था और 10 मई के दिन मैंने इस बारे में फेसबुक पर लिखा था। 11 मई के दिन 20 और कोबरा मेरे बाथरूम में मिले। लेकिन मैंने इस बारे में किसी को भी नहीं बताया और उन्हें पानी के जरिए बहा दिया था। मेरी फेसबुक मित्रसूची में किसी व्यक्ति ने बिना मुझे बताए 19 मई को एक सपेरे को बुला दिया। मेरे घर से 6 फीट लंबी नागिन के साथ 50 कोबरा के बच्चे पकड़े गए। इसके बाद 27 और पाए गए।" उन्होंने आरोप लगाया कि सपेरे ने उनके साथ धोखा करके काफी पैसे ऐठे।
विनय ने आरोप लगाते हुए कहा, "मेरे घर और उसके नजदीक से एक भी अंडा (सांप का) नहीं मिला। इसका मतलब है कि किसी ने सपेरे के जरिए मेरे घर में सांपों को रखा। यह कहा गया कि मैंने मोहल्लेवालों से मदद मांगी।" उन्होंने कहा, "मेरे वामपंथी और छद्म सेक्युलर मोहल्ला में मेरा किसी से कोई संपर्क नहीं है। ना ही मैंने किसी से मदद के लिए गुहार लगाई। मैं अकेला हूं और सीधा साधा हूं। ना ही मैंने कभी किसी सांप को मारा और कभी किसी सांप ने भी मुझे काटा भी नहीं। कृपया फर्जी खबरें न बनाएं।"
घर से बड़े पैमाने पर सांप मिलने की घटना को साजिश बताते हुए विनय झा ने कहा, यह मोहल्ले के एक ग्रुप की साजिश है जिसने सांप रखा। ताकि मैं या तो घर छोड़ जाऊं या मर जाऊं (सांप के काटने से)। जिसके बाद वामपंथी मेरे घर पर कब्जा कर लें। उन्होंने यह भी बताया कि उनके पड़ोस में सिर्फ सीपीआई का जिला कार्यालय है। ये मामला दरभंगा के लाल बाग मोहल्ले का है।