सार

बिहार के नालंदा जिले में 13-14 मार्च को तब्लीगी मरकज हुआ था। इसमें 640 लोग शामिल हुए थे। खुलासे के बाद बिहार में हड़कंप मच गया है। 

नालंदा। दिल्ली के निजामुद्दीन में पिछले महीने तब्लीगी मरकज हुआ था। जिसमें देश-विदेश के लोग शामिल हुए थे। इस मरकज में शामिल कई लोगों में कोरोना के मामलों की पुष्टि के बाद समूचे देश में उन लोगों को खोजा गया जो मरकज का हिस्सा बने थे। अब खुलासा हो रहा है कि दिल्ली के साथ-साथ बिहार में भी तब्लीगी मरकज हुआ था। 

बिहार के नालंदा जिले में 13-14 मार्च को तब्लीगी मरकज हुआ था। इसमें 640 लोग शामिल हुए थे। खुलासे के बाद बिहार में हड़कंप मच गया है। बीते दिनों मुंगेर में जिस बुजुर्ग के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी, वो नालंदा के मरकज में ही शामिल हुआ था। 

मुंगेर के जमाती ने 9 लोगों में फैलाया कोरोना 
मुंगेर के 60 बुर्जुग से 9 लोगों में कोरोना फैलने की पुष्टि हो चुकी है। इसके अलावा नालंदा में भी कोरोना के मरीज मिले है। आपदा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि नालंदा के मरकज में बिहार के  340 लोग शामिल हुए थे। मरकज में शामिल होने वाले 277 लोगों की पहचान की जा चुकी है। उन्हें अलग-अलग जिलों के क्वारेंटाइन वार्ड में रखा गया है। पुलिस मुख्यालय का कहना है कि बिहार-झारखंड में तब्लीगी जमात की बैठक हर तीन माह पर होती है। नालंदा से पहले यह बैठक पटना में हुई थी। उसके बाद अगली बैठक जमशेदपुर में होने वाली थी। 

जमातियों की जांच का मिला था निर्देश
नालंदा के मरकज का खुलासा तब हुआ जब नवादा का एक व्यक्ति अपना टेस्ट कराने आया था। नवादा के व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद बिहार सरकार ने सभी जिला प्रशासन को पत्र भेज कर मरकज में शामिल होने वाले लोगों की पहचान कर उनका जांच कराने का निर्देश दिया था। इसी निर्देश के अनुसार मुंगेर डीएम राजेश मीणा ने मुंगेर के 22 लोगों का सैंपल बीते मंगलवार को पटना भेजी थी।

बुधवार को रिपोर्ट मिलने पर जमालपुर के 60 वर्षीय एक वृद्ध में कोरोना की पुष्टि हुई थी। फिलहाल उस बुजुर्ग को इलाज के लिए एनएमसीएच पटना में एडमिट किया गया है। बुजुर्ग के परिवार के 9 लोगों में कोरोना फैल चुका है।