सार
कहा जा रहा है कि रघुवंश प्रसाद सिंह पर तेजप्रताप के बयान से लालू नाराज थे और इसी वजह से उनकी पेशी हुई है। बुधवार को सड़क मार्ग से झारखंड आए तेजप्रताप के साथ आरजेडी के झारखंड अध्यक्ष अभय कुमार सिंह भी मौजूद थे।
रांची/पटना। आरजेडी विधायक और लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने रांची में पिता लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की। लालू भ्रष्टाचार के मामले में सजा काट रहे हैं। मीटिंग से पहले तेजप्रताप को रिम्स में कोरोना टेस्ट भी कराना पड़ा। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें वो मिलने पहुंचे। लालू ने रघुवंश के खिलाफ बयान देने पर तेज प्रताप को जमकर फटकार लगाई। लालू ने उनसे पार्टी को एकजुट रखने के लिए कहा। कुछ उपाय भी बताए। मुलाकात के बाद जब तेज प्रताप बाहर निकले उन्होंने कोई बयान नहीं दिया।
बुधवार को सड़क मार्ग से झारखंड आए तेजप्रताप के साथ आरजेडी के झारखंड अध्यक्ष अभय कुमार सिंह भी मौजूद थे। रघुवंश प्रसाद सिंह पर तेजप्रताप के बयान से लालू नाराज थे और इसी वजह से उनकी पेशी हुई। इससे पहले यह भी कहा गया था कि तेजप्रताप विधानसभा में अपनी सीट बदलना चाहते हैं और उन्होंने अपने लिए एक सेफ सीट भी तलाश ली है। बस लालू के अप्रूवल के लिए वो मीटिंग करने पहुंचे हैं।
लालू यादव भ्रष्टाचार के मामले में सजा काट रहे हैं। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव आरजेडी के इतिहास में ऐसा पहला चुनाव होगा जिसमें लालू के बिना ही पार्टी मैदान में उतर रही है। आरजेडी के अभियान को लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव लीड कर रहे हैं।
मुलाकात पर तेजप्रताप ने क्या कहा था
हालांकि एक दिन पहले पटना में तेजप्रताप ने बताया था कि पिता से मिले काफी वक्त हो गया है। इस दौरान उन्होंने रघुवंश की नाराजगी की बात को सिरे से खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था, "रघुवंश और रामा सिंह दोनों आरजेडी में हैं। रघुवंश चाचा बीमार हैं और उनसे बात हुई है। वो नाराज नहीं हैं।" तेजप्रताप ने मीडिया पर अफवाह फैलाने का आरोप मढ़ा था।
रघुवंश को लेकर तेजप्रताप ने क्या कहा था?
तेजप्रताप ने रघुवंश प्रसाद को लेकर कहा था कि समुद्र में लोटे के पानी की तरह हैं। एक लोटा पानी चले जाने से कुछ नहीं होता। इस तरह के बयान से लालू भी नाराज बताए गए। हालांकि बाद में तेजप्रताप ने सफाई दी। बताते चलें कि रघुवंश प्रसाद सिंह ने आरजेडी में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने रामा सिंह के पार्टी में आने का विरोध किया है जो इसी महीने 29 अगस्त को आरजेडी की सदस्यता लेंगे।
रघुवंश, लालू यादव के करीबी नेताओं में शुमार किए जाते हैं। लालू ने अभी तक रघुवंश प्रसाद का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। विपक्ष रघुवंश के बहाने आरजेडी पर लगातार हमले कर रहा है।