सार
बिहार के सारण जिले से एक प्रेमी की अजब प्रेम की गजब कहानी सामने आई है। जहां उसने प्रेमिका को पाने के लिए उसकी दो-दो शादियां तुड़वा दीं। इतना ही नहीं प्रेमिका का भाई बनकर ससुराल में भी रहा। फिर ऐसा ट्विस्ट आया कि उसने खुद शादी करने से इंकार कर दिया।
सारण. बिहार के सारण जिले से एक प्रेमी का गजब जुनून और हिम्मत वाली कहानी सामने आई है। जो लगती एकदम फिल्मी है, लेकिन है असल। यहां एक युवक ने प्रेमिका को पाने के लिए उसकी एक नहीं दो शादियां तुड़वा दीं। आखिर में महिला के दोनों पति ने उसे छोड़ दिया। फिर प्रेमी ने मंदिर में उसके साथ जीने-मरने की कसमें खाईं और उसके साथ विवाह किया।
बेइंतहा प्यार...लेकिन घरवाले बने दुश्मन
दरअसल, यह अजब प्रेमी की गजब कहानी पानापुर प्रखंड के रामपुर रुद्र का है। जहां प्रेमी नीरज और बबीता एक दूसरे से बेइंतहा प्यार करते थे। दोनों आपस में शादी करना चाहते थे, लेकिन लड़की के घरवाले इसके लिए राजी नहीं थे। नरीज जहां रामपुर रुद्र के रहने था तो वहीं बबीता हंसापिर गांव की रहने वाली थी। उनके बीच कई सालों से अफेयर चल रहा था।
प्रेमिका का भाई बनकर कई दिन तक ससुराल में रहा
बबीता के घरवालों ने उसकी शादी 2021 में किसी अन्य युवक के साथ कर दी। जैसे ही इस बात का पता लड़के के प्रेमी नीरज को पता चला तो वह फिल्मी स्टाइल में बबीता का भाई बनकर उसके ससुराल पहुंच गया। इतना ही नहीं वहां पर कुछ दिन रुका भी, लेकिन जब ससुराल वालों को असलीयत पता लगी तो उन्होंने शादी तोड़कर बबीता को मायके भेज दिया।
दूसरी शादी भी तुड़वा दी और फिर खुद ने भी किया इंकार
बदनामी ना हो इसके कारण बबीता के पिता उसकी शादी नीरज से करवाने के लिए तैयार हो गए। लेकिन नरीज के पिता ने 2 लाख रुपये दहेज मांग लिया। जिसको बबीता के पिता ने देने से इंकार कर दिया। क्योंकि उनकी आर्थित स्थिति अच्छी नहीं है। फिर उन्होंने बबीता की दूसरी शादी गोपालगंज जिले के जगदीशपुर में रहने वाले एक युवक के साथ कर दी। लेकिन नीरज के इश्क का भूत अभी नहीं उतरा था, वह दोबारा नीरज बबीता के ससुराल पहुंच गया। यहां आने के बाद उसने बबीता के पति को जान से मार देने की धमकी दी। बस इसी धमकी से डरकर पति ने बबीता से सारे रिश्ते तोड़कर उसे फिर वापस मायके भेज दिया। जैसे ही प्रेमिका के घरवालों को इसका पता लगा तो वह सोचने लगे अब क्या करें।
लव स्टोरी में फिर आया फिल्मी ट्विस्ट
आखिरी में प्रेमी नीरज की इस हरकत के चलते बबीता भी परेशान हो गई। उसने अपने पिता को साथ लिया और नीरज के घर जा पहुंची। जहां उसने गांव के सरपंच को नीरज की सारी करतूतें बताईं। पंचायत में फैसला हुआ कि अब नीरज ही बबीता के सात विवाह करेगा। नीरज उस दिन तो मान गया, लेकिन अगले दिन वह मुकर गया। इसके बाद बबीता उसके खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पहुंची। पुलिस उसको तलाश ही रही थी कि नीजर सोमवार को अचानक बबीता के पास पहुंचा और शादी के लिए राजी हो गया। फिर गांववालों ने बबीता की मांग में सिंदूर भरवाकर दोनों की शादी करा दी।