सार
राजद और वामदल ने पूरी तालमेल के साथ संयुक्त प्रत्याशी उतारने का निर्णय लिया है। जानकारों का मानना है कि राजद-वाम के तालमेल से 25 से अधिक सीटों पर फायदा मिल सकता है। बता दें कि गया, जहानाबाद, बेगूसराय, शिवहर, मधुबनी, सीतामढ़ी, भोजपुर, सीवान जिले में वामदलों का अधिक प्रभाव है। वहीं, राजद ने कहा है कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में जो भी दल आना चाहे, सबका स्वागत है।
पटना (Bihar) । बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को हराने के लिए विरोधी दल एक के बाद एक तैयारी कर रहे हैं। अपनी सरकार बनाने के लिए एक-दूसरे दलों तक से तालमेल बना रहे हैं। खबर आ रही है कि राजद और वामदल में गठबंधन हो चुका है। वहीं, कांग्रेस ने मुस्लिम वोटों को देखते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद का निलंबन रद्द करने की घोषणा की है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि उन्हें इस चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। इतना ही नहीं कांग्रेस ने प्रत्याशियों के चयन के लिए अपनी कमेटी भी बना दी है।
ये दो दल हुए साथ, 25 से ज्यादा सीटों पर मिल सकता है लाभ
राजद और वामदल ने पूरी तालमेल के साथ संयुक्त प्रत्याशी उतारने का निर्णय लिया है। जानकारों का मानना है कि राजद-वाम के तालमेल से 25 से अधिक सीटों पर फायदा मिल सकता है। बता दें कि गया, जहानाबाद, बेगूसराय, शिवहर, मधुबनी, सीतामढ़ी, भोजपुर, सीवान जिले में वामदलों का अधिक प्रभाव है। वहीं, राजद ने कहा है कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में जो भी दल आना चाहे, सबका स्वागत है।
कांग्रेस ने प्रत्याशी चुनने के लिए बनाई कमेटी
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने योग्य उम्मीदवारों के चयन के लिए 6 सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी बना दी है। इसमें अविनाश पांडेय अध्यक्ष बनाए गए हैं। देवेंद्र यादव और काजी निजामुद्दीन कमेटी के दो मुख्य सदस्य हैं। वहीं, पदेन सदस्य के रूप में बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और सीएलपी लीडर सदानंद सिंह भी रहेंगे।
शकील अहमद का निलंबन रद्द, मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
कांग्रेस पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद का निलंबन रद्द करने की घोषणा की है। निलंबन को वापस लेने की घोषणा को विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। बता दें कि वो बिहार में एक बड़े मुस्लिम चेहरे के रूप में जाने जाते हैं और कांग्रेस के मुखर समर्थक रहे हैं। पार्टी में रहते हुए वे कांग्रेस पार्टी की तरफ से बीजेपी से सवाल उठाते रहे थे। लेकिन, पिछले साल महागठबंधन के प्रत्याशी के खिलाफ मधुबनी सीट से चुनाव भी लड़ा था। इसके चलते उन्हें पार्टी से छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया था। वहीं, अब सूत्रों की मानें तो कांग्रेस शकील अहमद को बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। इस पर अभी तक पार्टी की तरफ से कुछ भी नहीं कहा गया है।
लालू प्रसाद से आज मिलेंग तेज प्रताप
बिहार के पूर्व मंत्री और राजद विधायक तेज प्रताप यादव अपने पिता लालू प्रसाद से मिलने के लिए देर रात रांची पहुंच रहे हैं। रात्रि विश्राम के बाद वे लालू प्रसाद से आज मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि तेज प्रताप के हाल के बयानों को लेकर भी लालू प्रसाद उनसे बातचीत करेंगे। साथ ही बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर इस मुलाकात को देखा जा रहा है। लालू प्रसाद के समधी ने भी राजद छोड़ जदयू का दामन थाम लिया है। तेज प्रताप डॉक्टरों से उनकी तबीयत की जानकारी लेंगे।
भाजपा के 48 नेताओं की टीम ग्राउंड रिपोर्ट तैयार करने में जुटी
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल सहित पार्टी के 48 नेताओं की टीम हर विधानसभा क्षेत्र में दौरा शुरू कर रही है। पार्टी नेता क्षेत्र में जमीनी स्तर पर पार्टी की वास्तविक स्थिति का आकलन करेंगे। जिस विधानसभा में नेता जा रहे हैं, वहां किस पार्टी की कैसी स्थिति है। एनडीए के साथ ही महागठबंधन की क्या स्थिति है। अगर एनडीए की स्थिति बेहतर है तो कौन प्रत्याशी किस दल का उपयुक्त होगा, इसका भी आकलन पार्टी नेता करेंगे। बीते चुनाव के मद्देनजर पार्टी के प्रदर्शन का भी लेखा जोखा होगा। साथ ही यह भी देखा जाएगा कि अगर मौजूदा विधायक हैं तो क्षेत्र में उनके कामकाज कैसे रहे। जनता के बीच उनकी छवि कैसी है।