सार
भड़के डीजीपी ने कहा, 'या तो आप नई-नई पत्रकारिता सीख रहे हैं या आपको सलीका मालूम नहीं है। कौन आदमी यह दावा कर सकता है कि अपराध नहीं होगा? यह तो चूहे और बिल्ली के खेल की तरह से है।
पटना. बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इसमें वह महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को लेकर पूछे गए एक सवाल पर भड़क गए। उन्होंने कहा कि भगवान भी यह गारंटी नहीं दे सकते हैं कि समाज में अब अपराध नहीं होगा। डीजीपी के इस बयान पर सोशल मीडिया पर जमकर बहस हो रही है।
बिहार में इस समय एक के बाद एक रेप और महिला के खिलाफ अपराध के मामले सामने आ रहे हैं। इस पर राज्य डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे से एक मीडियाकर्मी ने सवाल पूछा। सवाल को सुन वह भड़क गए और बोले- अपराध चूहे और बिल्ली के खेल की तरह से है, 16 साल के बच्चे नशा कर रहे हैं और अपराध कर रहे हैं। अपराध को रोकने के लिए समाज को आगे आना होगा, यह केवल पुलिस का काम नहीं है।
भगवान भी नहीं रोक सकते अपराध
भड़के डीजीपी ने कहा, 'या तो आप नई-नई पत्रकारिता सीख रहे हैं या आपको सलीका मालूम नहीं है। कौन आदमी यह दावा कर सकता है कि अपराध नहीं होगा? यह तो चूहे और बिल्ली के खेल की तरह से है। अपराध होता है, यह होगा और पुलिस का काम है इसे रोकना। यह कोई ठप्पा नहीं दे सकता है कि अपराध बंद, भगवान भी नहीं। जहां 15-16 साल के बच्चे शराब पी रहे हैं, स्मैक खा रहे हैं, अपराध की ओर उनकी प्रवृत्ति बढ़ रही है।'
जनता अपराधी को माला पहनाती है
डीजीपी ने कहा, 'अपराध रोकना केवल पुलिस काम नहीं है। पुलिस उसके लिए विशेष एजेंसी जरूर है। लेकिन जब तक जनता नहीं जागेगी और अपराधियों के खिलाफ एक माहौल नहीं बनेगा तब तक यह नहीं रुकेगा। अपराधी को माला पहनाते हो, जाति और धर्म के नाम पर अपराधी का समर्थन करते हो और अपराध रोकने की बात करते हो। अपराध की संस्कृति के खिलाफ सारे लोगों को जगना होगा तभी समाज से अपराध पूरी तरह से खत्म होगा।
बता दें कि गुप्तेश्वर पांडे बिहार कैडर के 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और वर्तमान समय में राज्य के डीजीपी हैं। उनका यह बयान ऐसे समय पर आया है जब बिहार, हैदराबाद और यूपी समेत देश के कई राज्यों में रेप की वारदातों को लेकर जनता का गुस्सा चरम पर है।