सार
मामला बिहार के जमुई जिले का है। जहां शुक्रवार को जमीन विवाद में मां-बेटे की निर्मम हत्या कर दी गई। बताया जाता है कि हत्या की इस घटना को तब अंजाम दिया गया जब मृतक की पत्नी वट सावित्री पूजा कर रही थी। उसी समय पति और सास की हत्या कर दी गई।
जमुई। शुक्रवार को हिंदू सुहागिन महिलाओं ने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए वट सावित्री की पूजा की। मान्यता है इस पूजा से पति की दीर्घायु होते हैं। लेकिन बिहार के जमुई जिले से एक ऐसा मामला आया है, जिसमें पत्नी के वट सावित्री पूजा करने के समय ही उसके पति और सास की हत्या कर दी गई। बताया जाता है हत्या की इस वारदात को मात्र एक डिसमिल जमीन के लिए चचेरे भाई और उसके परिजनों ने अंजाम दिया। घटना अलीगंज प्रखंड के चंद्रदीप थानाक्षेत्र अंतर्गत छितयैनी गांव की है। घर के पास के 1 डिसमिल जमीन को लेकर नगीना पासवान व उसके चचेरे भाइयों के बीच पिछले 2 वर्षों से विवाद चला आ रहा था।
मां-बेटी बचाने आए तो उसे भी जमकर पीटा
इसी विवाद में शुक्रवार को नगीना चौधरी (35 वर्ष) अपने घर के बाहर बैठा था तभी चचेरे भाई मकेश्वर चौधरी, रोहित चौधरी, भाभी शोभा देवी, शान्ति देवी, बसंती देवी सहित अन्य परिजनों के द्वारा पहले तो नगीना चौधरी पर हसुली से प्रहार किया और फिर लाठी-डंडे से पीटने लगा। सभी बेरहमी से नगीना चौधरी को तबतक पीटते रहे जबतक की उसकी मौत न हो गई। इस घटना में नगीना ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। बताया जाता है कि बेटे को पिटता देख बचाने आई उसकी मां अनखा देवी (60 वर्ष) और बेटी अंजली कुमारी की भी जमकर पिटाई कर दी।
अस्पताल में इलाज के दौरान मां की हुई मौत
मारपीट की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल अनखा देवी व अंजली कुमारी को इलाज के लिए अलीगंज अस्पताल लाया जहां प्रारंभिक इलाज के बाद दोनों की हालत को गंभीर देखते हुए बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया। इधर, गंभीर चोट लगने के कारण सदर अस्पताल में इलाज के दौरान अनखा देवी की भी मौत हो गई। जबकि अंजली जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। मृतक की पत्नी कमली देवी जिस समय पति की लंबी उम्र की कामना के लिए वट सावित्री व्रत कर रही थी तभी उसके पति की हत्या कर दी गई।
चचेरे भाइयों ने पिता के मौत का लिया बदला
बताया जाता है कि दो वर्ष पूर्व इसी एक डिसमिल जमीन के विवाद में नगीना चौधरी ने अपने चाचा बनारसी चौधरी की हत्या कर दी थी। इस हत्या के आरोप में नगीना चौधरी को सजा भी हुई थी। बेल पर छूटकर नगीना घर आया था। इसी बात से बदले की भावना में उसके चचेरे भाई व उसके परिजनों ने नगीना चौधरी की पीट-पीट कर हत्या कर दी। कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि हत्या जमीनी विवाद के साथ-साथ बदले की भावना से भी हुई है। क्योंकि दो वर्ष पूर्व नगीना चौधरी के द्वारा ही बनारसी चौधरी की हत्या की गई थी।
जमीनी विवाद में हुई है हत्याः एसडीपीओ
मामले में जमुई एसडीपीओ रामपुकार सिंह ने बताया कि हत्या के पीछे 1 डिसमिल जमीनी विवाद है। चचेरे भाई व उसके परिजनों द्वारा हत्या की बात सामने आ रही है। मृतक के परिजनों द्वारा जो आवेदन दिया जाएगा पुलिस उस दिशा में आगे अपनी कार्रवाई करेगी। अभी दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और घायल बच्ची का सदर अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है। बता दें कि हत्या की वारदात को अंजाम देने के बार आरोपी पक्ष फरार है।