सार

18 किमी की दूरी तय कर लाचार दंपत्ति सदर अस्पताल पहुंचे, जहां कागजी करवाई पूरा करते करते डेढ़ घंटे लग गए। इसी दौरान नवजात ने दम तोड़ दिया। वहीं, अस्पातल प्रशासन के तरफ से किसी भी तरह के खास इंतजाम नहीं किए गए। 

पटना (bihar) । केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे के संसदीय क्षेत्र से मानवता को शर्मसार करने वाली एक तस्वीर वायरल हुई है, जो सदर अस्पताल की है। यहां स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही भी सामने आ गई है। दरअसल इस तस्वीर में देखा जा सकता है कि एक मां अपनी नवजात बच्ची को ट्रे में रखकर और पिता कंधे पर ऑक्सीजन के सिलेंडर को लेकर अस्पताल में दर-दर भटक रहे हैं, जो बेहद दर्दनाक है। 

यह है पूरा मामला
राजपुर के सखुआना गांव के निवासी सुमन कुमार अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए बक्सर सदर अस्पताल में भर्ती कराया था। लेकिन, अस्पताल के कर्मचारियों ने डिलीवरी कराने से इनकार कर दिया, जिसके बाद वो अपनी पत्नी को लेकर निजी अस्पताल में चला गया। डिलीवरी तो हुई, लेकिन शिशु को सांस लेने में तकलीफ होने पर कर्मियों ने पिता के कंधे पर ऑक्सीजन का सिलेंडर और प्रसूता को ट्रे में नवजात को देकर सदर अस्पताल का रास्ता दिखा दिया।

..तो कागजी कार्रवाई पूरा करने में चली गई जान
18 किमी की दूरी तय कर लाचार दंपत्ति सदर अस्पताल पहुंचे, जहां कागजी करवाई पूरा करते करते डेढ़ घंटे लग गए। इसी दौरान नवजात ने दम तोड़ दिया। वहीं, अस्पातल प्रशासन के तरफ से किसी भी तरह के खास इंतजाम नहीं किए गए। इस दौरान सदर अस्पताल में ही मौजूद दूसरे व्यक्ति ने इस घटना की दो तस्वीर खींचकर मीडिया को दे दिया, जिसके बाद ये मामला उजागर हो सका है। फिलहाल इस घटना के बाद जिलाधिकारी ने पूरे मामले में जांच के आदेश दे दिया है।