सार
बिहार में बाढ़ की वजह से तबाही तो जारी है। पीड़ितों को राहत सामग्री न मिलने को लेकर भाजपा और जदयू के नेता आमने-सामने आ गए हैं। इसी मामले में भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आत्महत्या करने की बात कही है।
पटना. बिहार में बाढ़ की वजह से तबाही तो जारी है ही। लेकिन राज्य में राजनीतिक बयानों की बाढ़ भी आने लगी है। पीड़ितों को राहत सामग्री न मिलने को लेकर भाजपा और जदयू के नेता आमने-सामने आ गए हैं। जहां भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आत्महत्या करने तक की बात कह डाली है।
नीतीश के मंत्री ने कहा-उनको किसने रोका है, कर लें आत्महत्या...
गिरिराज सिंह के आत्महत्या वाले बयान पर राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा-गिरिराज सिंह सच्चाई जानने के बाद ही कुछ बोले। नीतीश सरकार का बाढ़ पीड़ितों को मदद करने का काम जारी है। अगर इसके बाद भी वह आत्महत्या करना हैं तो उनको किसने रोका है। उन्होंने कहा- बाढ़ पीड़ितों के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरह से उनके साथ खड़े हैं।
गिरिराज सिंह कहा- हमारे पास ऐसे में दो ही रास्ते बचे
दरअसल मामला रविवार के दिन का है, जब गिरिराज सिंह ने बेगूसराय में राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुआ कहा था। नीतीश सरकार बाढ़ पीड़ितों के लिए कोई खास कदम नहीं उठा रही है। अब इस हाल में हम जनप्रतिनिधि क्या कर सकते हैं। हमारे पास दो ही रास्ते बचे हैं। या हम आत्महत्या कर लें या फिर चुप रहें।
बिहार के 100 गांवों में भरा पानी
बता दें कि बिहार में गंगा,कोशी, गंडक और बागमती नदी का जलस्तर बढ़ने से करी राज्य के 100 गांवों से ज्यादा इसकी चपेट में आ गए हैं। आलम यह है कि 30 लाख से ज्यादा लोग इसकी वजह से प्रभावित हैं। लोगों के घरों में पानी भर गया है। लोग पलायन करने को मजबूर हो गए हैं।