सार
बिहार में एक बार फिर से रफ्तार का कहर देखने को मिला है। यहां तेज रफ़्तार स्कॉर्पियो अनियंत्रित होकर बिजली के खम्भे से टकरा गई। बिजली के पोल से टकराते ही स्कॉर्पियो में आग लग गई जिससे उसके अंदर बैठे तीन लोगों की ज़िंदा जलकर मौत हो गई।
सीवान(Bihar). बिहार में एक बार फिर से रफ्तार का कहर देखने को मिला है। यहां तेज रफ़्तार स्कॉर्पियो अनियंत्रित होकर बिजली के खम्भे से टकरा गई। बिजली के पोल से टकराते ही स्कॉर्पियो में आग लग गई जिससे उसके अंदर बैठे तीन लोगों की ज़िंदा जलकर मौत हो गई। हादसा इतना खतरनाक था कि जब तक लोग कुछ समझ पाते स्कॉर्पियो आग का गोला बन गई। मृतकों में एक चाचा-भतीजे भी शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक बिहार के सीवान जिले के सराय ओपी थाना क्षेत्र के निजामपुर गांव के पास तेज रफ्तार स्कॉर्पियो एक बिजली के खंभे से टकरा गई। जिससे जोरदार धमाका हुआ और अचानक गाड़ी में भीषण आग लग गई। जब तक स्कॉर्पियो सवार संभलते, तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आसपास के लोग जब तक घटना स्थल पर पहुंचते और बचाव के लिए कोई इंतजाम करते तब तक स्कॉर्पियो तेज आग की लपटों से घिर चुकी थी। जिसके बाद उन्होंने हादसे की सूचना पुलिस को दी। आग बुझाकर पुलिस ने गाड़ी से शव को बाहर निकाला।
मृतकों में एक चाचा-भतीजा भी हैं शामिल
तीनों मृतकों में से एक की पहचान सीवान के ही गोरियाकोठी थाना क्षेत्र के सरैया गांव के बसंत कुमार के रूप में हुई है। बसंत इलेक्ट्रिशियन का काम करता है। वहीं अन्य दो मृतक रोहित कुमार और रितेश कुमार दोनों चाचा भतीजा हैं। वे सीवान रेलवे स्टेशन पर किसी को लेने आ रहे थे, इसी दौरान हादसा हुआ। सराय ओपी थानाध्यक्ष ने बताया कि आग लगने से तीन लोगों की झुलसने से मौत हो गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
कुछ घंटे पहले ही वैशाली में हुआ था भीषण हादसा
गौरतलब है कि इस दुर्घटना के कुछ देर पहले ही वैशाली में भीषण सड़क हादसा हुआ था। इसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी। दरअसल रविवार रात सुल्तानपुर गांव के पास ग्रामीण एक धार्मिक कार्यक्रम में जमा हुए थे। जिसमें महिलाओं और बच्चे भी शामिल थे। सभी स्थानीय भूमिया बाबा यानि एक पीपल के पड़े की पूजा कर पैदल वापस लौट रहे थे। इसी दौरान पीछे से एक तेज रफ्तार में आ रहा ट्रक ने अनियंत्रित होकर लोगों को रौंद दिया। इसके बाद वहां पर अफरा तफरी मच गई। खबर लगते ही भारी संख्या में परिजन पहुंचे। अपनों को खोने वाले सड़क किनारे खड़े होकर बिलखते दिखे।