सार
लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा (Chhath Puja 2021) को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। पूरे प्रदेश में छठ घाटों पर साफ-सफाई और व्यवस्थाओं को पूरी तरह दुरुस्त किया जा रहा है। पटना (Patna) में गंगा नदी के किनारे बड़ी संख्या में लोग छठ महापर्व को मनाते हैं। सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने बुधवार को यहां विभिन्न घाटों का जायजा लिया। इस साल छठ पूजा में अस्ताचलगामी सूर्य को 10 नवंबर और उगते सूरज को 11 नवंबर को अर्घ्य दिया जाएगा।
पटना। लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा (Chhath Puja 2021) को लेकर पूरे प्रदेश में तैयारियां तेज कर दी गई हैं। इसे लेकर नगर विकास और आवास विभाग को खास निर्देश दिए गए हैं। विभाग की कोशिश है कि छठ व्रतियों को भगवान सूर्य को अर्घ्य देने में कोई परेशानी ना हो, इसेलिए अभी से व्यवस्थाएं तेजी से संवारी जा रही हैं। नगर विकास और आवास विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पटना के पार्कों में स्थित स्थायी तालाबों को चिह्नित कर लिया गया है। इसके अलावा अस्थायी तालाबों की जगहों को चिह्नित किया जा रहा है।
गंगा घाटों के अलावा पटना के 45 पार्कों और तालाबों को चिह्नित किया गया है। विभाग के मुताबिक राज्य के सभी नगर निकायों में मिलाकर करीब 1400 नदी घाट और तीन हजार तालाबों को साफ-सफाई कर उसे ठीक किया जा रहा है। उनके कॉन्टेक्ट रोड को भी ठीक किया जा रहा है, ताकि छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं को आने-जाने में दिक्कत ना हो। सभी नगर निकायों के अधिकारियों को दीपावली तक छठ घाटों और तालाबों, पोखरों की अच्छे से साफ-सफाई कराने के लिए कहा गया है।
स्थाई और अस्थाई घाटों पर डाला जाएगा गंगाजल
नवंबर के दूसरे सप्ताह में दिवाली से छठ पूजा तक शहरी निकायों में विशेष साफ-सफाई का अभियान चलाया जाएगा। पटना नगर निगम क्षेत्र के सभी सर्कल के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर्स को कहा गया है कि वे पार्कों और अस्थाई तालाबों को 8 नवंबर तक हर हाल में महापर्व के लिए तैयार कर लें। इन स्थाई और अस्थाई तालाबों में गंगा जल डाला जाएगा। उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने बताया कि छठ महापर्व में व्रतियों को किसी तरह की दिक्कत नहीं हो, इसे ध्यान में रखकर तैयारी शुरू कर दी गई है। सड़कों समेत नदी घाटों, तालाबों को दुरूस्त कराया जा रहा है। इसके अलावा, साफ-सफाई की भी व्यवस्था की जा रही है।
इस साल पटना में ये तैयारियां...
- इस साल गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी है। शनिवार को कलेक्ट्रेट घाट की सीढ़ी तक फिर पानी पहुंच गया है। कलेक्टरेट और महेंद्रूघाट पूरी तरह से डूब गया है। दोनों घाटों पर काम करना बंद कर दिया गया है। दोनों घाटों के वाहन पार्किंग स्थल भी पानी में डूबे हुए हैं। नगर निगम गंगा एक्सप्रेस-वे से घाटों का जायजा लिया है। छठ महापर्व की संभावनाओं की तलाश की जा रही है।
- जलस्तर में वृद्धि के बाद कालीघाट पर गंगा नदी सीधे बह रही है। कई वर्षों से कालीघाट पर छठ महापर्व में गंगा के पानी लाने के लिए व्यवस्था करनी पड़ती थी। इस बार महेंदूघाट से पटना सिटी के बीच सभी घाटों पर गंगा का पानी है।
- पटना में गंगा के अन्य कई घाटों को सजाने का कार्य शुरू हो गया है। यहां कुर्जी और एलसीटी घाट पर आवागमन के लिए रास्ता बनाया जा रहा है। एलसीटी घाट के लिए चिह्नित रास्ते का निर्माण शुरू हो गया है। यहां पर जहां-तहां पानी है। इनके अलावा अन्य घाटों तक पहुंचने के लिए रास्ते को सुगम बनाया जा रहा है।
- जिले में छठ महापर्व शांतिपूर्ण मनाने के लिए जिलाधिकारी ने अधिकारियों की 21 टीमों का गठन किया है। सभी टीम को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रत्येक टीम में जिला स्तरीय सेक्टर और पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया है। सभी टीमों को समय रहते सभी आवंटित कार्यों को निपटाने के निर्देश दिए हैं।
- घाटों पर जरूरी सुविधा, सुरक्षा की व्यवस्था, चल रहे कार्यों की सतत मॉनिटरिंग की जा रही है। प्रत्येक टीम के साथ पांच-छह अन्य अधिकारियों को भी दिया गया है। हर टीम को प्रतिदिन के प्रगति का रिपोर्ट देने को कहा गया है।
इस साल 8 नवंबर से छठ पूजा...
बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग दिवाली के बाद छठ पर्व मनाते हैं, जिसमें छठव्रती घुटने तक पानी में उतरकर सूर्य देव को ‘अर्घ्य’ देते हैं। दिवाली के छह दिन बाद से छठ पूजा शुरू हो जाती है। ये चार दिन तक चलती है। इस बार छठ पूजा 8 नवंबर से शुरू होगी। छठ पूजा में अस्ताचलगामी सूर्य को 10 नवंबर और उगते सूरज को 11 नवंबर को अर्घ्य दिया जाएगा। इसे लेकर बिहार, दिल्ली समेत सभी बड़े महानगरों में छठ पूजा करने वालों में खासा उत्साह है। घाटों पर अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। पटना में खुद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।