सार

अरुण जेटली का निधन मात्र 66 वर्ष की उम्र में 24 अगस्त 2019 को हो गया था। आज पूरा देश उनकी 67वीं जयंती मना रहा है। जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित कर अरुण जेटली को श्रद्धा सुमन अर्पित किए जा रहे हैं।
 

पटना। पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता रहे अरुण जेटली का निधन 24 अगस्त 2019 को हो गया था। बीमारी के कारण मात्र 66 वर्ष की उम्र में अरुण जेटली का निधन हो गया। उनके निधन के चार महीने चार दिन बाद आज पूरा देश उनकी 67वां जयंती मना रहा है। पूरे देश में जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित कर अरुण जेटली को याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए जा रहे हैं। इसी बीच एक बड़ा आयोजन बिहार की राजधानी पटना में हुआ। जहां भाजपा और जदयू के नेताओं के साथ-साथ अरुण जेटली के परिजन भी मौजूद थे। 

जेटली के निधन के समय सीएम ने किया था वादा
अरुण जेटली के निधन के समय किए अपने वादे को पूरा करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अरुण जेटली की आदमकद प्रतिमा का अनावरण का पटना में किया। पटना के कंकड़बाग इलाके में नवर्निमित पार्क में अरुण जेटली की भव्य प्रतिमा का अनावरण शनिवार को सीएम ने किया। इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार के अलावा डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, अरुण जेटली की पत्नी संगीता जटेली के साथ-साथ कई और गणमान्य लोग मौजूद रहे। बिहार सरकार ने जेटली की जयंती को राजकीय समारोह के तौर पर मनाने का फैसला लिया था। जिसके तहत उनकी प्रतिमा का अनावरण बड़े ही भव्य अंदाज में हुआ। 

1974 में डीयू छात्रसंघ के अध्यक्ष बने थे जेटली
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अरुण जेटली राजनैतिक कारणों के एक साथ होने के साथ-साथ दोनों एक-दूसरे के काफी करीब थे। नीतीश कुमार ने जेटली के निधन के दिन ही पटना में उनकी प्रतिमा लगाने का वादा किया था। जिसे उन्होंने जेटली के निधन के चार महीने बाद ही पूरा किया। बता दें कि अरुण जेटली ने साल 1974 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव से आपने राजनैतिक कैरियर की शुरुआत की थी। 1975 में आपातकाल के समय जेल में रहे। 1980 में बीजेपी में शामिल हुए। 1999 में वाजपेयी सरकार में पहली बार मंत्री बने। तीन बार राज्यसभा से सासंद बने। 2014 में मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वित्त मंत्री बने थे।