सार

मृतक बच्चे दानिश के पिता आलम अस्पताल में अपने मोबाइल पर बेटे की फोटो बिलख रहे थे, वह बार-बार यही कह रहे थे अगर मुझे काम से कुछ मिनट भी देर होती थी तो दानिश मुझे फोन करता था, 'पापा, जब आप घर आएंगे, तो हम लोग साथ मिलकर खाना खाएंगे'।

गोपालगंज (बिहार). लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों से पलायन कर रहे मजदूरों का सिलसिला नहीं थम रहा है। जिसके चलते प्रवासी मजदूर लगातार हादसों का शिकार हो रहे हैं। ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला हादसा बिहार में हुआ। जिसमें 10 वर्षीय भतीजे दानिश और उसके चाचा अहमद की मौत हो गई।

बिहार की सीमा में प्रवेश करते ही हो गया हादसा
रअसल, यह हादसा रविवार के दिन गोपालगंज जिले में मांझागढ़ के पास एनएच 28 पर हुआ। यह परिवार हरियाणा से अपने घर जमुई लौट रहा था। बिहार की सीमा में प्रवेश करते ही ये हादसा हो गया।

पर पहुंचने से पहले ही बिखर गया परिवार
जानकारी के मुताबिक, तीन दिन पहले  मोहम्मद आलम अंसारी अपने परिवार के साथ दो बाइक पर सवार होकर अपने घर के लिए निकला था। घर पहुंचने ही वाले थे कि सामने से तेज रफ्तार में आ रहे एक ट्रक ने उनको टक्कर मार दी। जिसमें बाइक सवार सभी लोग बीच सड़क पर गिर गए और दो लोगों की मौत हो गई। जबकि बाकी के लोग घायल हैं, जिनको पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

बच्चे के पिता ने बयां किया दर्द
मृतक बच्चे दानिश के पिता आलम अस्पताल में अपने मोबाइल पर बेटे की फोटो देखकर बिलख रहे थे, वह बार-बार यही कह रहे थे अगर मुझे काम से कुछ मिनट भी देर होती थी तो दानिश मुझे फोन करता था, 'पापा, जब आप घर आएंगे, तो हम लोग साथ मिलकर खाना खाएंगे'।अपना दुख बयां करते हुए बेबस पिता ने कहा-"हमें दिल्ली में सरकार से कोई मदद नहीं मिली। हमारा राशन खत्म हो गया था, इसलिए पूरे परिवार ने बाइक से बिहार चलने का फैसला किया।"

मदद के लिए गुहार लगाती रही लाचार मां
घटना के बाद बहन और मां अपने घायल बेटे के पास बैठकर रोते हुए मदद की गुहार लगाती रहीं। लेकिन स्थानीय लोग मदद करने की बजाय उनको सिर्फ देखते रहे और वीडियो बनाते रहे। 

1,300 किमी की यात्रा करके घर आ रहा था परिवार
गोपालगंज के पुलिस अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया, आज सुबह 9 बजे एक परिवार (रविवार) ट्रक की चपेट में आ गया। परिवार 1,300 किमी की यात्रा करके घर आ रहा था, लेकिन घर से 300 किमी पहले यह हादसा हो गया।