सार
अस्पताल प्रबंधन ने मामले की सूचना जिला प्रशासन को दी। जिसके बाद सदर एडीपीओ प्रभाकर तिवारी, सदर थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह अस्पताल पहुंचे।
सहरसा। दिल्ली के तब्लीगी मरकज में शामिल होने वाले सहरसा से तीन लोगों को चिह्नित कर जिला प्रशासन ने उन्हें सदर अस्पताल के आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया है। ताकि इन लोगों से दूसरे लोगों में कोरोना का संक्रमण नहीं हो सके। साथ ही यदि इन तीनों में से कोई कोरोना संक्रमित होता है, उसका समुचित इलाज कराया जा सके। लेकिन अस्पताल में भर्ती कराए गए जमातियों की बदसलूकी के कारण नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ का काम करना प्रभावित हो रहा है। सहरसा सदर अस्पताल में भर्ती तीन जमातियों के द्वारा नर्सों के साथ बदसलूकी किए जाने का मामला सामने आया है। जिसके बाद जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ गई है।
फोटो और वीडियो वायरल करने की दी धमकी
मिली जानकारी के अनुसार सदर अस्पातल में कार्यरत जीएनएम के साथ जमातियों ने बदसलूकी की। जमातियों ने न केवल नर्सों को अश्लील इशारें भी किए। साथ ही नर्स की तस्वीर और वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी भी दी। बताया जाता है कि जमातियों का ये खेल लगभग एक घंटे तक चलता रहा। हालात नियंत्रण से बाहर होता देख अस्पताल प्रबंधन ने मामले की सूचना जिला प्रशासन को दी। जिसके बाद सदर एडीपीओ प्रभाकर तिवारी, सदर थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह अस्पताल पहुंचे। लेकिन पुलिस के पहुंचते ही जमाती नमाज करने लगे।
जिला प्रशासन ने दी चेतावनीः अस्पताल प्रबंधक
अधिकारियों ने अस्पताल में तैनात नर्स से मामले की पूरी जानकारी ली उसके बाद जमातियों का मोबाइल जब्त करने हुए उन्हें सख्त हिदायत दी कि आगे से कोई शिकायत मिलने पर जेल भेज दिया जाएगा। ये पूरा मामला दो दिन पुराना है। लेकिन मीडिया में अब आया है। मामले में अस्पताल प्रबंधक अमित कुमार चंचल ने बताया कि जमातियों की अभद्र टिप्पणी की शिकायत जिला प्रशासन से की गई थी। जिसके बाद एसडीपीओ ने जमातियों को ऐसा काम दोबारा नहीं करने की चेतावनी दी थी।
गौतमबुद्धनगर में जमातियों ने पार की थी हदें
बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जिले में बने आइसोलेशन सेंटर में जमातियों ने नर्स के साथ बदसलूकी की थी। जिसके बारे में अस्पताल प्रबंधन ने जिला प्रशासन को पत्र लिख कर मामले की जानकारी दी थी। सोशल मीडिया पर अस्पताल प्रबंधन द्वारा लिखा गया पत्र काफी वायरल हुआ था। जिसमें प्रबंधन ने बताया था कि जमाती नर्सों के सामने कपड़े उतार कर नंगे हो जाते हैं। गंदे इशारे करते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों का काम करना मुश्किल हो रहा है। पत्र वायरल होने पर प्रशासन ने जमातियों को सख्त चेतावनी दी थी।