सार
बिहार में नए साल के बाद से तो मामलों में काफी तेजी देखी जा रही है। आलम यह हो गया है कि अरवल को छोड़कर बाकी 37 जिलों में कोरोना पैर पसार चुका है। वहीं राजधानी पटना का हाल सबसे बुरा हो चला है। यह तो पूरी तरह से हाट स्पॉट बन चुका है।
पटना (बिहार). महामारी के नए वैरियंट ओमिक्रॉन ने देशभर हड़कंप मचाकर रखा हुआ है। जिसके चलते कोरोना के मामले रफ्तार के साथ बढ़ रहा है। बिहार में नए साल के बाद से तो मामलों में काफी तेजी देखी जा रही है। आलम यह हो गया है कि अरवल को छोड़कर बाकी 37 जिलों में कोरोना पैर पसार चुका है। वहीं राजधानी पटना का हाल सबसे बुरा हो चला है। यह तो पूरी तरह से हाट स्पॉट बन चुका है। जहां मंत्री-विधायक से लेकर डॉक्टर तक संक्रमित मिलने लगे हैं।
कोरोना के कहर में JDU ऑफिस सील
दरअसल, मंगलवार दोपहर तक यानि पिछले 24 घंटे के दौरान 522 नए लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। जिससे नीतीश सरकार में हड़कंप मच गया है। वहीं, पटना में JDU ऑफिस में गार्ड समेत 5 पॉजिटिव मिले। इसके बाद दफ्तर को सील कर दिया गया। आज एक डॉक्टर के पॉजिटिव होते ही अब तक राज्य के 150 डॉक्टर संक्रमित हो चुके हैं।
मंत्री ने कहा-हम नहीं लगा सकते बार-बार लॉकडाउन
वहीं कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए बिहार सरकार के मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा- लोग चिंता नहीं करें पूरे राज्य को अलर्ट मोड पर रखा गया है। सरकार पूरी तरह से मुस्तैदी के साथ लगी हुई है। लेकिन अब लोगों को कोरोना के बीच काम करने की आदत डालनी होगी। क्योंकि यह इतनी जल्दी जाने वाला नही हैं। क्योंकि जिस तरह से कोरोना अपना रूप बदल रहा है, उससे तो यही लगता है कि वायरल लंबे चलने वाला है। कभी डेल्टा तो कभी ओमिक्रॉन आ रहा है। ऐसे में बार-बार कोरोना के आने से लॉकडाउन नहीं लगाया जा सकता। आखिर हम कितनी बार लॉकडाउन लगाएंगे। इससे लोगों की रोजी रोटी पर असर पड़ता है।
बिहार में एक साथ 72 डॉक्टर संक्रमित
सोमवार को नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के 72 डॉक्टर और मेडिकल छात्र समेत 344 पॉजिटिव पाए गए थे। वहीं सीएम नीतीश कुमार के जनता दरबार में गए 14 लोग भी संक्रमित मिले थे। जिनसे मुख्यमंत्री खुद फरियाद के दौरान मिले थे। वहीं पूर्व CM जीतनराम मांझी के समेत उनका पूरा परिवार संक्रमित हो गया है।
नालंदा मेडिकल कॉलेज बना कोरोना का हॉट स्पॉट, 87 डॉक्टरों की रिपोर्ट पॉजिटिव