सार

बांसघाट के सामने मोहल्ले के लोगों में इसे लेकर आक्रोश हैं। इनका आरोप है कि बांसघाट स्थित श्मशान घाट में कोरोना संक्रमितों का शव खुले में जलाया जा रहा है। इससे संक्रमण के खतरे की आशंका है। इनका आरोप है कि शव को जलाने के लिए पेट्रोल छिड़का जा रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों को पत्र लिखते हुए लाश कहीं अलग स्थान पर जलाने की मांग की है। 


पटना (BIHAR) । बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों के मरने के बाद उनके शव को खुले में जलाने का आरोप स्थानीय लोगों ने लगा है। ये आरोप स्थानीय लोगों ने लगाया है। इतना ही नहीं, बांसघाट स्थित श्मशान घाट में कोरोना संक्रमितों का शव जलाने के लिए पेट्रोल छिड़का जा रहा है। बता दें कि इस समय बिहार में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। आज 1820 नये मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही प्रदेश में संक्रमितों संख्या बढ़कर 33511 हो गई। इनमें 1083 केस 22 जुलाई के हैं, जबकि 737 केस 23 जुलाई के जो आज सिस्टम में प्रदर्शित किए गए। अगर बीते 8 जुलाई से बिहार में मिल रहे संक्रमितों का औसत निकाला जाए तो हर दिन 1200 से अधिक मरीज मिल रहे हैं। 

यह है पूरा मामला
बांसघाट से गंगा की तरफ जाने वाले रास्ते के बगल में एक शेड को घेरकर कोरोना मरीजों का शव जलाया जाता है। गुरुवार दोपहर को यहां तीन शव जलाए जा रहे थे। आरोप है कि इनपर पेट्रोल छिड़ककर जलाने की कोशिश की जा रही थी। इसे देख सड़क पर कई लोग रुक गए। काफी भीड़ जमा हो गई। कई लोग हंगामा करने लगे कि पेट्रोल छिड़ककर शव को जलाया जा रहा है। 

लोगों ने की ये मांग
बांसघाट के सामने मोहल्ले के लोगों में इसे लेकर आक्रोश हैं। इनका आरोप है कि बांसघाट स्थित श्मशान घाट में कोरोना संक्रमितों का शव खुले में जलाया जा रहा है। इससे संक्रमण के खतरे की आशंका है। इनका आरोप है कि शव को जलाने के लिए पेट्रोल छिड़का जा रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों को पत्र लिखते हुए लाश कहीं अलग स्थान पर जलाने की मांग की है। 

जानें कहां मिले आज कितने मरीज

 

(प्रतीकात्मक फोटो)