सार

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन में लोगों का बाहर-भीतर निकलने पर पाबंदी लगी है। ऐसे में लोग चाह कर भी अपनी खुशियों के पल को एंजॉय नहीं कर पा रहे हैं। 

दरभंगा। बिहार में लगातार बढ़ते कोरोना के मरीजों की संख्या को देखते हुए लॉकडाउन के पालन में बिहार पुलिस पूरी मुस्तैदी दिखा रही है। बाहर निकलने वाले लोगों को घर भेजा जा रहा है। लेकिन इसके साथ ही कई जगह रोज कमाने खाने वाले लोगों के लिए कम्युनिटी किचन भी चलाया जा रहा है। 

पुलिस के काम की लोग सराहना कर रहे हैं। लेकिन दरभंगा पुलिस ने कल रात जो किया उससे लोगों का पुलिस पर विश्वास व प्यार और बढ़ गया। दरअसल, दरभंगा के लहेरियासराय में रहने वाले एक व्यक्ति के बेटे का कल बर्थडे था। वो अपने बेटे के बर्थडे के लिए केक लेने निकले थे, मगर पुलिस ने उन्हें लौटा दिया। 

मायूस हो गया था बच्चा
दरभंगा यातायात थाना प्रभारी जय नंदन प्रसाद द्वारा केक लाने से रोके जाने से लहेरियासराय निवासी अंकुर कुमार गुप्ता निराश होकर घर लौट गए। पिता के खाली हाथ लौटने से 4 साल के बर्थडे ब्यॉय वेद गुप्ता रोने लगा। कोई उपाए नहीं देख माता-पिता मन मसोर कर रह गए। मगर शाम में अचानक यातायात थाना प्रभारी जयनंदन प्रसाद अन्य सिपाहियों के साथ अंकुर के घर केक लेकर पहुंचे। केक देखते ही वेद खुश हो गया। अंकुर और उनकी पत्नी भी काफी खुश हो गई। 

पुलिस को कहा शुक्रिया
सबने खुशी-खुशी में पुलिस के जवानों के साथ केक काटा। केक काटने के बाद पुलिस ने बच्चे को चॉकलेट भी गिफ्ट किया। पुलिस के इस व्यवहार को देखकर अंकुर और उनके परिवार के सदस्यों की आंखें भर आई। सभी लोगों ने पुलिस का धन्यवाद किया। पुलिस के जवानों ने बच्चे के बर्थडे पर न सिर्फ केक व चॉकलेट लेकर पहुंचे थे जबकि कैंडल व गुब्बारे भी लेकर पहुंचे। 

बर्थडे सेलिब्रेट करने के बाद अंकुर ने कहा कि मैंने कभी सपने में ऐसा नहीं सोचा था। मामले में दरभंगा एसएसपी बाबूराम ने कहा कि ऐसे काम से पुलिस-पब्लिक मित्रता को बल मिलेगा।