सार
मामला बिहार के बांका जिले के बौंसी प्रखंड का है। जहां के प्रधान लिपिक महमूद आलम पर महिला डाटा ऑपरेटर ने शराब के नशे में छेड़खानी का आरोप लगाया है। एसपी ने मामला दर्ज करते हुए जांच कर उचित कार्रवाई का निर्देश दिया है।
बांका। बिहार में पूर्णरूप से शराबबंदी है। लेकिन इसके बाद शराब पीकर हंगामा करने वाले लोगों के मामले अलग-अलग जिलों से प्रायः सामने आते रहते है। आम आदमी के साथ-साथ बिहार सरकार के कर्मचारी भी शराब का सेवन करते पकड़े जा रहे है। ताजा मामला बिहार के बांका जिले का है। जहां के बौंसी प्रखंड मुख्यालय में कार्यरत प्रधान लिपिक महमूद आलम पर शराब के नशे में महिला डाटा ऑपरेटर से छेड़खानी का मामला सामने आया है। महिला कंप्यूटर ऑपरेटर ने बताया कि ऑफिस का काम खत्म करने के बाद शुक्रवार शाम 4.30 बजे जब वह कार्यालय बंद करके निकलने वाली थी तभी शराब के नशे में धुत्त प्रखंड के बड़ा बाबू महमूद आलम ने गलत नीयत से मुझे पीछे से मुझे पकड़ लिया, किसी प्रकार जबरन छुड़ाकर वहां से भागकर थाना पहुंचकर इसकी जानकारी दी। पुलिस को सूचना देने के बाद इसका आवेदन पीड़िता ने थाना में दिया।
मौके से गिरफ्तार किया गया प्रधान लिपिक
पीड़िता ने बताया कि प्रखंड मुख्यालय के बड़ा बाबू शराब के नशे में धुत्त थे और प्रखंड कार्यालय से काम खत्म कर वापस लौटने की वाले थे कि बड़ा बाबू ने उसे पीछे से पकड़ लिया। पुलिस को सूचना मिलने के बाद कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष के आदेश पर प्रखंड मुख्यालय से प्रधान लिपिक को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया है। इस संबंध में आरोपी से थाना में पूछताछ की जा रही है। आरोपी कई साल से प्रखंड मुख्यालय में प्रधान लिपिक के पद पर कार्यरत हैं।
सीओ ने आरोपी और पीड़िता से की पूछताछ
दूसरी ओर छेड़खानी के आरोपी महमूद आलम का कहना है कि मैं निर्दोष हूं। हालांकि जानकारी मिलने के बाद सहायक समाहर्ता सह बौंसी के प्रभारी सीओ अभिषेक रंजन ने थाना में पीड़िता एवं आरोपी से पूछताछ की। थानाध्यक्ष राजेश यादव ने बताया कि लड़की के बयान पर छानबीन की जा रही है। एसपी अरविन्द गुप्ता ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है। पीड़िता के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।