सार

बिहार बोर्ड की मैट्रिक व इंटरमीडिएट परीक्षाओं में फेल परीक्षार्थी कंपार्टमेंटल परीक्षा का इंतजार कर रहे थे। बोर्ड इसका अयोजन करने भी वाला था। लेकिन, कोरोना संक्रमण के कारण उसे अपना फैसला बदलना पड़ा। बोर्ड ने एक या दो विषयों में फेल सभी परीक्षार्थियों को ग्रेस मार्क्‍स देकर पास करने का फैसला किया। इसे शिक्षा विभाग की मंजूरी मिलते ही बोर्ड ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर रिजल्‍ट भी जारी कर दिया है।

पटना (Bihar) । बिहार में कोराना संक्रमण की विस्‍फोटक स्थिति को देखते हुए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड) ने बड़ा फैसला लिया है। साल 2020 की अपनी मैट्रिक व इंटर परीक्षाओं में एक या दो विषयों में फेल 2.14 लाख छात्र-छात्राओं को ग्रेस मार्क्स देकर पास कर दिया है। साथ ही बोर्ड ने कम्पार्टमेंटल परीक्षा नहीं लेना का भी फैसला किया है। बोर्ड के इस प्रस्ताव को शिक्षा विभाग ने भी मंजूरी दे दी है। बोर्ड ने ग्रेस मार्क्‍स के साथ रिजल्‍ट भी जारी कर दिया है, जिसे बोर्ड की वेबसाइट पर देखा जा सकता है। 

इस तरह किया गया पास
बिहार बोर्ड की मैट्रिक व इंटरमीडिएट परीक्षाओं में फेल परीक्षार्थी कंपार्टमेंटल परीक्षा का इंतजार कर रहे थे। बोर्ड इसका अयोजन करने भी वाला था। लेकिन, कोरोना संक्रमण के कारण उसे अपना फैसला बदलना पड़ा। बोर्ड ने एक या दो विषयों में फेल सभी परीक्षार्थियों को ग्रेस मार्क्‍स देकर पास करने का फैसला किया। इसे शिक्षा विभाग की मंजूरी मिलते ही बोर्ड ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर रिजल्‍ट भी जारी कर दिया है।

कैसा रहा रिजल्ट, डालते हैं नजर
शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण के काल में परीक्षा लेने में कठिनाई को देखते हुए यह फैसला लेना पड़ा। रिजल्‍ट की बात करें तो कुल इंटरमीडिएट में कुल 1,32,486 फेल परीक्षार्थियों में से 72,610 और मैट्रिक में 2,08,147 फेल परीक्षार्थियों में 1,41,677 को ग्रेस मार्क्‍स देकर पास कराया गया है। मैट्रिक व इंटरमीडिएट में कुल 2.14 लाख परीक्षार्थियों को ग्रेस मार्क्‍स से पास कराया गया है।

(प्रतीकात्मक फोटो)