सार

दिल्ली के आनंद विहार में जुटे लाखों बिहारियों की तस्वीरें कल से ही सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है। इस भीड़ के जरिए लोग लॉकडाउन घोषित करने के समय पर सवाल उठा रहे हैं। इस बीच बिहार में सत्तासीन जदयू के नेता ने दिल्ली और यूपी सरकार के बस से बिहारियों को भेजे जाने के कदम को घिनौना बताया है।

पटना। दिल्ली, यूपी, हरियाणा में लाखों की संख्या में बिहारी मजदूर काम करते हैं। कोरोना के कारण जारी लॉकडाउन की स्थिति में इन लोगों काम छिन चुका है। ऐसे में लोग पैदल ही घर को कुच कर चुके है। पैदल ही बिहार जाते इन लोगों के लिए दिल्ली और यूपी सरकार ने फ्री बस की सुविधा उपलब्ध कराई है। जिसके लिए दिल्ली के आनंद विहार में रविवार को लाखों की भीड़ जुटी। जिसकी तस्वीरें कल से ही सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। इस भीड़ को देख लोग लॉकडाउन घोषित करने के समय पर भी सवाल उठा रहे हैं। इस बीच जदयू के एक नेता ने दिल्ली और यूपी सरकार द्वारा बिहारियों को बस से भेजे जाने को घिनौना काम बताते हुए विरोध किया है। 

लॉकडाउन का मजाक है येः अजय आलोक
जदयू नेता अजय आलोक ने कहा कि दिल्ली में पहले तो बिहारियों को बीमार बनाया फिर स्थिति नहीं सुधरी तो बसों से उन्हें बिहार भेजा जा रहा है। उन्होंने इस बात का डर जताया कि इन लोगों से राज्य में कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से फैल सकता है। अजय आलोक ने कहा कि इससे घिनौना कुछ नहीं हो सकता है। यह लॉकडाउन का मजाक है। पहले दिल्ली में बीमार कर दिए, अब बस से बैठाकर बिहार भेज रहे है। बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी दिल्ली और यूपी की सरकार के इस कदम का विरोध किया है। नीतीश ने कहा कि यह कदम लॉकडाउन को पूरी तरह से असफल कर देगा। 

इससे कोरोना महामारी और फैलेगीः नीतीश कुमार
नीतीश कुमार ने चिंता जताते हुए कहा कि इससे कोरोना वायरस की महामारी और फैलेगी। जिसकी रोकथाम और उससे निपटना सबके लिए मुश्किल होगा। बता दें कि बाहर से लौट रहे इन लाखों बिहारियों के लिए नीतीश सरकार ने बिहार की सीमा पर राहत शिविर खोले जाने का का ऐलान किया है। राहत शिविर में बाहर से आए लोगों को 14 दिनों तक रखा जाएगा। जहां उनके स्वास्थ्य की जांच होगी। साथ ही क्वारेंटाइन की भी व्यवस्था होगी। उल्लेखनीय हो कि अब तक बिहार में अबतक कोरोना के 10 पॉजिटिव मरीज मिल चुके है। जबकि राज्य में एक युवक की मौत कोरोना से हुई  है।