सार

 बिहार में प्यार करने की सजा एक प्रेमी जोड़े को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।  दीवाली की रात प्रेमी जोड़े की हत्या कर उनका शव रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया। रेलवे ट्रैक पर फेंके के पीछे ये साजिश थी कि पुलिस गुमराह हो जाए और इसे आत्महत्या माने।

बेगूसराय(Bihar). बिहार में प्यार करने की सजा एक प्रेमी जोड़े को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।  दीवाली की रात प्रेमी जोड़े की हत्या कर उनका शव रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया। रेलवे ट्रैक पर फेंके के पीछे ये साजिश थी कि पुलिस गुमराह हो जाए और इसे आत्महत्या माने। हांलाकि सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहेने प्रारम्भिक जांच में लड़की के घर वालों पर इस वारदात को अंजाम देने का शक गहरा रहा है। 

जानकारी के मुताबिक मृतक लड़की की पहचान रूपम कुमार के रूप में हुई। उसकी मां नविता देवी सरपंच रह चुकी है। वहीं मृतक युवक लाखो पंचायत के ही राजा डुमरी निवासी नुनुबाबू पासवान था। जानकारी के अनुसार युवक पहले से शादीशुदा था और उसका रूपम के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। दीवाली की रात दोनों का शव रेलवे ट्रैक पर पाया गया। शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। स्थानीय लोगों ने एनच -31 जाम कर विरोध प्रदर्शन भी किया।

प्रेमिका के पिता के यहां नौकरी करता था प्रेमी 
बताया जा रहा है कि मृतक प्रेमी नुनुबाबू प्रेमिका रूपम के पिता के यहां ही नौकरी करता था। मृतक नुनुबाबू प्रेमिका रूपम के पिता करेलाल के यहां तीन साल से ट्रैक्टर चलाता था। वहीं पर करेलाल की बेटी और नुनुबाबू के बीच प्रेम संबंध हुआ। फिर दोनों की हत्या कर दी गई। ओपी थानाध्यक्ष प्रमोद पासवान ने बताया कि दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। प्रेम प्रसंग में ही हत्या की गयी है।

भाड़े पर ट्रैक्टर ले जाने की बात कहकर ले गया घर से 
मृतक की पत्नी ने बताया कि करेलाल का बेटा नुनुबाबू को ट्रैक्टर भाड़े पर ले चलने कि बात कहकर 10 बजे रात में घर से ले गया। सुबह नुनुबाबू की करेलाल की बेटी रूपम के साथ रेलवे ट्रैक पर लाश मिली। मृतक के पिता ने बताया करेलाल ने शिकायत की थी कि तुम्हारा बेटा हमारी बेटी को लेकर भाग गया है, उसे खोजना है। गाड़ी में बैठकर वे लोग सफापुर अपने रिश्तेदार के घर गए, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। उसके बाद वापस घर आ गए। सुबह जानकारी मिली कि दोनों की लाश ट्रैक पर मिली है।