सार

घरवालों के दवाब के चलते एक प्रेमी कपल ट्रेन के आगे कूद गया। इसमें प्रेमिका की मौत हो गई, जबकि प्रेमी बुरी तरह घायल हो गया। प्रेमिका की मौत की खबर सुनकर प्रेमी को गहरा सदमा लगा है। हैरानी की बात यह है कि दोनों ने पुलिस डिपार्टमेंट में होने के बावजूद कानून की मदद लेने के बजाय मरने का प्लान बना लिया।

पटना. गुरुवार सुबह करीब 11 बजे सचिवालय हॉल्ट के पास एक कपल को ट्रेन की दिशा में दौड़ते हुए देखकर लोगों के होश उड़ गए। पैसेंजर ट्रेन उनकी ओर बढ़ रही थी। लोग चिल्लाए, लेकिन इससे पहले कि कोई उन्हें पटरी से दूर खींचता, ट्रेन ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में युवती की मौत हो गई, जबकि युवक बुरी तरह घायल हो गया। उसे PMCH के इमरजेंसी वार्ड में एडमिट किया गया है।

क्यों कूदे ट्रेन के आगे...
प्रेमी कपल झारखंड पुलिस के साइबर सेल में थे। अभी दोनों देवघर में तैनात थे। आई कार्ड के आधार पर दोनों की पहचान हुई। युवक सरोज कुमार झा देवघर के जसीडीह स्थित रोहिणी गांव का है। प्रेमिका का ना नंदिनी था। बताते हैं कि दोनों ने एक साथ 12 मई, 2017 को ज्वाइन किया था। प्रेमी ने बताया कि दोनों एक-दूसरे से बेहद प्यार करते थे। चूंकि दोनों अलग-अलग जाति से हैं, लिहाजा परिजन इस शादी के खिलाफ थे। प्रेमी के मुताबिक, नंदनी की शादी कहीं और तय कर दी गई थी। इससे दोनों बेहद परेशान थे। परिजन उन्हें मिलने भी नहीं दे रहे थे। सरोज ने कहा कि उसके परिजन फिर भी इस शादी को राजी हो जाते, लेकिन नंदनी के परिजन बिलकुल तैयार नहीं थे। करीब दो महीने पहले वो नंदनी के परिजनों से भी मिला था। सचिवालय थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की असलियत जानने की कोशिश कर रही है।