सार

बिहार में शराबबंदी के बाद ड्रग के नशे का कारोबार तेजी से बढ़ा है। ब्राउन सुगर, अफीम सहित अन्य प्रकार के खरतनाक ड्रग के सेवन का कल्चर बढ़ता जा रहा है। हाल के दिनों में पटना सहित अन्य स्थलों से ब्राउन सुगर की बड़ी खेप पकड़ी गई है। 
 

पटना। बीते दिनों पटना पुलिस ने पोस्टल पार्क स्थित एक किराये के मकान से तीन करोड़ के ब्राउन शुगर के साथ सुदामा नामक एक तस्कर को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद सुदामा से पूछताछ की गई। जिसमें चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई है। सुदामा के हुई पूछताछ के आधार पर पुलिस ने बताया कि बिहार में ड्रग का कारोबार का पटना जेल में बंद लेडी डॉन राधा देवी (भाभी जी) संचालित करवाती है। भाभी जी को अभिमन्यु नामक बदमाश का भी सहयोग मिलता है। गिरफ्तार हुआ सुदामा भाभी जी का मुंहबोला देवर है। सुदामा के अलावा पटना में भाभी जी के तीन और शार्गिद (देवर) हैं, जो ड्रग का कारोबार करते हैं। 

तीन और एजेंटों को पकड़ने में जुटी पुलिस
पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राधा देवी उर्फ भाभी जी 50 करोड़ रुपए के ड्रग का कारोबार चला रही है। वो प्रतिमाह अपने एजेंटों में 25 लाख रुपए बतौर तनख्वाह बांटती है। पूरा धंधा मोबाइल से संचालित किया जाता है। मोबाइल पर ही यह बताया जाता है कि ड्रग की खेप कहां से मिलेगी और उसे कहां-कहां दिया जाना है। फिलहाल पुलिस सुदामा की निशानदेही पर इस धंधे में शामिल भाभी जी के तीन और देवरों को गिरफ्तार करने की कोशिश में जुटी है। मिली जानकारी के अनुसार इसमें एक युवक का नाम चंदन है। 

एक सप्ताह में 1300 पुड़िया की होती है बिक्री
जबकि दो अन्य ड्रग तस्करों के नाम और पहचान को सत्यापित करने का काम चल रहा है। बताया गया कि भाभी जी ने कमीशन पर दर्जनों एजेंट बना रखे हैं। जो स्कूल, कॉलेज सहित अन्य सार्वजनिक स्थल पर जाकर पुड़िया को बेचते हैं। एजेंटो को बकायदा टारगेट दिया जाता है। टारगेट पूरा करने वाले एजेंटों को इनसेंटिव भी दिया जाता है। सुदामा ने बताया कि बिहार में शराब बंद होने के बाद ब्राउन शुगर की बिक्री काफी बढ़ गई है। औसतन एक सप्ताह में 1300 पुड़िया की बिक्री हो रही है। पुलिस सुदामा से मिले मोबाइल का सीडीआर खंगाल कर अन्य तस्करों को गिरफ्तार करने की कोशिश में जुटी है।