सार

सचिन तेंदुलकर क्रिकेट के भगवान कहे जाते हैं। उनकी क्रिकेट समझ पर कोई सवाल खड़े नहीं करता। लेकिन कई बार उनके विश्वास को दूसरे क्रिकेटर तोड़ देते हैं। ऐसा ही एक वाकया रणजी ट्रॉफी में देखने को मिला है। 
 

पटना। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले भारत के महानतम क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर की क्रिकेट की समझ पर कोई सवाल खड़े नहीं करता। लेकिन कई बार ऐसा हुआ है कि उन्होंने जिस खिलाड़ी पर भरोसा दिखाया हो अगली ही पारी अथवा मैच में बेहद खराब प्रदर्शन करते हुए आउट हो गया। ऐसा ही एक वाकया अभी रणजी ट्रॉफी में देखने को मिला। बता दें कि भारतीय घरेलू क्रिकेट का सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी अभी देश के अलग-अलग शहरों में खेला जा रहा है। पटना में खेले जा रहे एक मुकाबले में बिहार का सामना मिजोरम से हो रहा था।

आदित्य वर्मा के पुत्र हैं लखन, सचिन ने दी थी बधाई
इस मैच से दो दिन पहले बिहार क्रिकेट सलेक्सन कमेटी में बिहार के अगले दो मैचों के रणजी मुकाबलों के लिए टीम का चयन किया था। कमेटी ने बिहार की पूर्व की टीम में चार फेरबदल किए थे। इसमें बिहार की टीम में लखन राजा को भी शामिल किया गया था। लखन बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष आदित्य वर्मा के पुत्र हैं। लखन के चयन पर सचिन तेंदुलकर ने खुशी जाहिर करते हुए उन्हें बधाई भी दी थी। लेकिन लखन मिजोरम के खिलाफ घरेलू मैदान पर हुए मुकाबले में बुरी तरह से फेल गए। 

25 गेंदों का किया सामना, फिर भी नहीं खुला खाता 
लखन दोनों ही पारियों में खाता खोलने में भी सफल नहीं हो सके। पहली पारी में तीसरी की गेंद पर वो तरुवर कोहली की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। जबकि दूसरी पारी में 22 गेंदों का सामना करने के बाद भी वो खाता नहीं खोल सके। लखन को बॉबी जोटासांगा ने तरुवर कोहली के हाथों कैच कराते हुए पवेलियन वापस भेजा। इस प्रकार लखन न केवल सचिन की बल्कि बीसीसीआई के खिलाफ कानूनी जंग लड़ने वाले अपने पिता आदित्य वर्मा की उम्मीदों पर भी खरा नहीं उतर सके।
 
अभिजीत की घातक गेंदबाजी से मिली जीत
हालांकि अभिजीत साकेत की घातक गेंदबाजी के दम पर बिहार इस मुकाबले को जीतने में सफल रहा। बिहार ने इस मुकाबले को छह विकेट के अंतर से अपने नाम किया। अभिजीत ने दूसरी पारी में 10 ओवर की गेंदबाजी में 12 रन खर्च करते हुए सात विकेट चटकाए। बिहार की ओर से इस मैच में इंद्रजीत ने 98, बबलू ने 85 और 61 और रहमतुल्लाह ने 58 रनों की पारी खेली। अब देखना है कि अगले मैच में लखन राजा का प्रदर्शन कैसा रहता है।