सार
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना जांच की संख्या को और बढ़ाना है। अभी प्रतिदिन 1.27 लाख जांच हो रही है। इसे प्रतिदिन 1.50 लाख तक ले जाना है। मार्च महीने में दस लाख की आबादी पर देश में प्रतिदिन जितनी जांच हो रही थी, उसकी तुलना में बिहार में 14 हजार जांच अधिक हो रही थी।
पटना (Bihar) । बिहार में जारी लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है। अब 1 जून 2021 तक होगी। जिसकी जानकारी सोमवार को खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्टीट कर दिया है। बता दें कि इसके पहले बिहार में 25 मई तक लॉकडाउन लागू किया गया था।
कोरोना के साथ फैला ब्लैक फंगस का संक्रमण
बिहार में ग्रामीण इलाकों तक कोरोना के साथ ही ब्लैक फंगस का संक्रमण भी फैल चुका है। हालांकि पिछले 24 घंटों में रोज मिलने वाले नए केसों की संख्या कम हुई है। बिहार में पिछले 24 घंटों में 4000 के करीब नए केस सामने आए हैं। खुद सीएम नीतीश कुमार लोगों को अब भी सावधानी और सतर्कता बरतने की ही हिदायत दे रहे हैं।
लॉकडाउन के पक्ष में थे सभी विभाग
बताते चले कि बिहार में लॉकडाउन बढ़ाने से पहले क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ सीएम नीतीश कुमार की मीटिंग हुई थी, जिसमें फिलहाल लॉकडाउन जारी रखने की सलाह दी थी। मुख्यमंत्री ने कोरोना के खिलाफ नीतिगत स्तर पर जूझ रहे कई विभागों जैसे आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास विभाग के अफसरों से राय मांगी थी और बताया गया है कि इन सभी विभागों ने अपनी राय लॉकडाउन के पक्ष में दी थी।
कोरोना जांच की संख्या को और बढ़ाएंगे
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना जांच की संख्या को और बढ़ाना है। अभी प्रतिदिन 1.27 लाख जांच हो रही है। इसे प्रतिदिन 1.50 लाख तक ले जाना है। मार्च महीने में दस लाख की आबादी पर देश में प्रतिदिन जितनी जांच हो रही थी, उसकी तुलना में बिहार में 14 हजार जांच अधिक हो रही थी।
कोरोना से मरे लोगों को अनुग्रह राशि उपलब्ध कराएं
सीएम ने कहा कि कोरोना से मरने वालों के आश्रितों को मुख्यमंत्री राहत कोष से चार लाख रुपए की राशि दी जा रही है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को कहा है कि कोरोना संक्रमण से जिनकी भी मृत्यु हुई है उसकी पूरी जानकारी एकत्रित करें और परिजनों को अनुग्रह राशि उपलब्ध कराएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी लोगों के टीकाकरण के लिए सरकार सतत प्रयत्नशील है।