सार
चिराग ने मंगलवार को लिखी चिट्टी में कहा कि मुट्ठी भर लोग उनकी पार्टी को छीन नहीं सकते हैं। लोजपा पार्टी हमारी थी और हमारी ही रहेगी। इसके अलावा उन्होंने चाचा और सांसदों को करारा जवाब दिया है। साथ ही चिराग ने एक चिट्टी में चाचा के साथ सीएम नीतीश कुमार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
पटना. बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी और पारिवारिक सियासी संग्राम शुरू फिलहाल थमता दिखाई नहीं दे रहा है। चाचा पशुपति पारस और भतीजे चिराग के बीच एलजेपी पार्टी को लेकर चल रही रसाकसी जारी है। इसी बीच चिराग ने अपने कार्यकर्ताओं के लिए एक 4 पन्नों का लेटर लिखा है, जिसके बहाने उन्होने चाचा पशुपति के साथ-साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा है।
नीतीश कुमार पर चिराग ने लगाए कई गंभीर आरोप
दरअसल, चिराग ने मंगलवार को लिखी चिट्टी में कहा कि मुट्ठी भर लोग उनकी पार्टी को छीन नहीं सकते हैं। लोजपा पार्टी हमारी थी और हमारी ही रहेगी। इसके अलावा उन्होंने चाचा और सांसदों को करारा जवाब दिया है। साथ ही चिराग ने एक चिट्टी में चाचा के साथ सीएम नीतीश कुमार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
'सीएम ने चाचा के साथ मिलकर रात के अंधेरे में खंजर घोंपा'
चिराग ने लिखा नीतीश कुमार जी ने मुझे और मेरे पापा को अपनानित करने और राजनीतिक तौर पर समाप्त करने के लिए एक भी मौका नहीं छोड़ा। वह रामविलास पासवान जी की राजनीतिक हत्या करना चाहते थे। लेकिन जब इसमें वह सफल नही हुए तो उन्होंने चाचा का साहारा ले लिया। चाचा ने मुख्यमंत्री के आदेश पर उनकी पार्टी को तोड़ दिया। रात के अंधेरे में चाचा ने डीयू के सांसद ललन सिंह और मुख्यमंत्री नीतीश के साथ मिलकर छुरा घोंपने का काम किया।
चाचा के विश्वास घात दुखी हूं...
अगले पत्र में चिराग ने चाचा के लिए लिखा-दुख है कि चाचा ने मुझे अपना विरोधी माना, मैंने हमेशा उनको पिता की तरह माना, लेकिन वह दूसरों की बातों में पड़ गए। मैं तो खुद पार्टी की तरफ से उनका नाम मंत्री पद के लिए प्रधानमंत्री के सामने रखने वाला था। अगर वह मुझसे एक बार कहते तो उनको लोजापा का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बना देता। लेकिन वह मेरे साथ ऐसा विश्वास घात करेंगे, यह सोचा नहीं था। जब मैं बीमार हुआ तो उन्होंने मेरी पीट में यह खंजर घोंप दिया।