सार
भाजपा के राज्यसभा सदस्य एवं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को धमकी भरा पत्र भेजने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है।
पटना(Bihar). भाजपा के राज्यसभा सदस्य एवं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को धमकी भरा पत्र भेजने वाले शख्स को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है। गिरफ्तार किया गता शख्स सुदिप्तो कुमार राय पश्चिम बंगाल की एक जेल में बंद था। वहीं से स्थानीय कोर्ट कर्मी को फंसाने के लिए उसने उसके नाम से धमकी भरा पत्र भेजा था। कदमकुआं थाने की पुलिस पश्चिम बंगाल के बर्धमान से सुदिप्तो कुमार राय को प्रोडेक्शन रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
जानकारी के मुताबिक धमकी भरा पत्र भेजने का आरोपित सुदिप्तो आसनसोल (बंगाल) की जेल में बंद था। पटना पुलिस उसके खिलाफ 29 सितंबर को प्रोडक्शन वारंट प्राप्त कर आसनसोल जेल भेजा था। उसने स्थानीय कोर्ट की कर्मी को फंसाने के लिए उसके नाम से धमकी भरा पत्र भेजा था। आरोपित के खिलाफ पश्चिम बंगाल में छह से अधिक केस दर्ज है। 20 सितंबर 2022 को डाक के माध्यम से पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को धमकी भरा पत्र भेजा गया था। कदमकुआं थाने की पुलिस केस दर्ज कर छानबीन में जुटी थी। पत्र पर चंपा सोम निवासी पूर्वा बर्धमान का नाम, पता और मोबाइल नंबर भी अंकित था। पटना पुलिस ने पश्चिम बंगाल स्थित बर्धमान जिला जाकर सत्यापन किया। जांच में पता चला कि जिस चंपा सोम के नाम पर से पत्र भेजा गया था वह एक कोर्ट में क्लर्क की नौकरी करती है।
कोर्ट कर्मचारी को फंसाने के लिए रची थी साजिश
पुलिस की पूछताछ में ये सामने आया कि पेशे से वकील रह चुके सुदिप्तो कुमार से कोर्ट कर्मचारी चंपा सोम का किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। इसी विवाद के कारण चंपा को फंसाने एवं परेशान करने के लिए उसके नाम से धमकी भरा पत्र भेजा गया था। चंपा सोम ने बताया कि उन्हें अंग्रेजी लिखना और पढ़ना भी नहीं आता। यहां तक कि वह हस्ताक्षर भी बंग्ला में करती है। उसने बताया कि वह सुशील कुमार मोदी को जानती भी नहीं, तो धमकी कैसे दे सकती है।
मुजफ्फरपुर जेल उड़ाने की भी धमकी दे चुका है आरोपित
पुलिस ने बर्धमान कोर्ट के ला क्लर्क अस्मत शेख से भी पूछताछ की तो पता चला कि पूर्व में भी सुदिप्तो कुमार ने उसके नाम से मुजफ्फरपुर जेल को उड़ाने की धमकी भरा पत्र भेजा था। बप्पा चटर्जी को फंसाने के नाम से भी सुदिप्तो के द्वारा पत्र भेजकर फंसाने की कोशिश किया है। इसी संदर्भ में आसनसोल साउथ थाना में 23 अगस्त 2022 को केस हुआ था। इसी मामले में उसे जेल भेजा गया था।