सार
बैंक प्रबंधक संजीव कुमार ने अपनी ओर से अंतिम संस्कार के लिए 10 हजार रुपए दिए और समझाया बुझाया। इसके बाद ग्रामीण शव को लेकर श्मशान के लिए रवाना हुए। शाखा प्रबंधक ने कहा कि मृतक महेश यादव के वारिस या स्वजन के दावा करने पर बैंक जमा धन हस्तांतरित करने की कार्रवाई करेगा। अपने खाते का केवाइसी भी नहीं कराया था।
पटना (Bihar) । बिहार में एक शख्स की मौत हो गई, जबकि उसके बैंक अकाउंट में 1.18 लाख रुपए थे। ऐसे गांव के लोग अंतिम संस्कार के लिए पैसे लेने के लिए बैंक उसके शव को ही लेकर पहुंच गए। नियम बताने पर वे आक्रोशित हो गए और बैंक में ही तीन घंटे तक शव पड़ा रहा। आखिर में बैंक प्रबंधक ने 10 हजार रुपए अपने पास से दिए, तब जाकर मृतक का अंतिम संस्कार हो सका। घटना पटना के शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के सिगरियावा में केनरा बैंक की शाखा में हुई।
यह है पूरा मामला
शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के सिगरियावा गांव के महेश यादव (55) बीमार चल रहे है, जिनकी मंगलवार को मौत हो गई। लेकिन, केनरा बैंक में उनके खाते में 1.18 लाख रुपए जमा हैं। ऐसे में उनकी मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए गांव के लोगों ने केनरा बैंक की स्थानीय शाखा से उनके खाते में जमा रकम की मांग की, लेकिन बैंक प्रबंधन ने नॉमिनी नहीं रहने तथा कानूनी प्रावधानों का हवाला देकर तत्काल पैसे देने से मना कर दिया।
तीन घंटे तक बैंक में पड़ा रहा शव
बैंक प्रबंधक की बात सुनकर गांव के लोग आक्रोशित हो गए। वे महेश यादव का शव बैंक के अंदर रख दिए और पैसे की मांग करने लगे। बताते हैं की तीन घंटे तक शव बैंक में ही पड़ा रहा। पुलिस ने भी लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने।
बैंक प्रबंधक को देना पड़ा 10 हजार
बैंक प्रबंधक संजीव कुमार ने अपनी ओर से अंतिम संस्कार के लिए 10 हजार रुपए दिए और समझाया बुझाया। इसके बाद ग्रामीण शव को लेकर श्मशान के लिए रवाना हुए। शाखा प्रबंधक ने कहा कि मृतक महेश यादव के वारिस या स्वजन के दावा करने पर बैंक जमा धन हस्तांतरित करने की कार्रवाई करेगा। अपने खाते का केवाइसी भी नहीं कराया था।