सार

बांध के कटते ही भारतीय क्षेत्रों में पानी का दबाब काफी बढ़ गया है। कुनौली, कमलपुर और डगमारा पंचायत के पिपराही गांव जलमग्न हो गए। इस बार पिछले साल की अपेक्षा अधिक बाढ़ आने से लोगों में दहशत और भी बढ़ गई है।

सुपौल (bihar) । बिहार-नेपाल बार्डर से बड़ी खबर आ रही है। नेपाल और भारत के बीच तनाव का फायदा उठाते हुए 50 की संख्या में नेपाली नागरिकों ने सड़क तोड़ दी है। इसके चलते  सुपौल के सीमावर्ती क्षेत्र कुनौली बाजार सहित कई इलाकें जलमग्न हो चुके हैं। इतना ही नहीं जिला मुख्यालय से इसका संपर्क भंग हो गया है। कहा जा रहा है कि कुनौली की ओर जाने वाली कई अन्य सड़कें भी इस पानी के दबाव में बह गई हैं। 

एसएसबी कैंप में भी घुसा पानी
एसएसबी कैंप में भी पानी चला गया है और जवानों ने स्कूलों में शरण ले रखी है। बताया जा रहा है कि रमपुरा बॉर्डर से राजविराज जाने वाली सड़क में इंडो नेपाल के पिलर संख्या 222 से 50 मीटर की दूरी पर बांध सह सड़क को दो-दो जगहों पर काटकर बाढ़ के पानी का बहाव तेज कर दिया गया।

बाढ़ की आशंका से परेशान हैं लोग
 बांध के कटते ही भारतीय क्षेत्रों में पानी का दबाब काफी बढ़ गया है। कुनौली, कमलपुर और डगमारा पंचायत के पिपराही गांव जलमग्न हो गए। इस बार पिछले साल की अपेक्षा अधिक बाढ़ आने से लोगों में दहशत और भी बढ़ गई है।

जिम्मेदारों ने कही ये बातें
एसएसबी कुनौली बटालियन के इंस्पेक्टर विवेक कुमार ने बताया कि जब तक बांध काटने की सूचना मिली है। कटिंग स्थल के सामने पहुंचे तब तक वो लोग भाग चुके थे। वहीं, नेपाली एपीएफ के इंस्पेक्टर राजेश थापा से पूछने पर बताया कि इसकी जानकारी मुझे नहीं है।
 

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