सार

मामला बिहार के मुजफ्फरपुर जिले का है। जहां चार महीने पहले दो गुटों के बीच झड़प हुई थी। उस मामले में पुलिस ने अपराधियों ने पकड़ कर जेल में डाल दिया था। अब जेल से बाहर आने के बाद फिर से दोनों गुटों के बीच खूनी खेल शुरू हो गया है।
 

मुजफ्फरपुर। जिले के बेनीबाद के पिरोछा गांव में शुक्रवार की रात वर्चस्व की लड़ाई में जेल से छूट कर आए एक अपराधी ने एक अधेड़ की पीट-पीट कर हत्या कर दी। जबकि इस लड़ाई में आधा दर्जन से अधिक लोग जख्मी हो गए हैं। इसमें दो लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। दोनों घायलों को बेहतर इलाज के लिए एसकेएमसीएच से पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है। झड़प के बारे में बताया जाता है कि बीती रात प्रेम चंद्र सिंह उर्फ बेलवा के गुट पर भोनू सिंह के लोगों ने घर पर चढ़कर हमला कर दिया। इसमें बेलवा के पिता उपेंद्र सिंह और भाई हरिचंद्र सिंह समेत आधा दर्जन से अधिक लोग जख्मी हो गए। वहीं बेलवा गुट के श्रीविंदे सिंह (50) की पिटाई की वजह से मौत हो गई। 

घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल 
हत्या की खबर के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया है। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने बताया कि बुजुर्ग की अपराधियों ने लाठी व डंडे से पीट-पीट कर हत्या कर दी। वारदात के बाद से गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है। बताया जाता है कि दोनों गुटों के बीच चार पहले हुई लड़ाई में बदमाशों ने मौके पर पहुंची पुलिस को भी खदेड़ दिया था। इस दौरान भागने के क्रम में एक पुलिस वाले की रााइफल भी वहीं गिर गई थी। जिस बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया था। तब कार्रवाई के दौराना दोनों गुटों में से कई लोगों को जेल भेजा गया था। लेकिन जेल से निकलने के बाद दोनों गुट में एक बार फिर से खूने खेल शुरू हो गया।

लॉकडाउन के बीच अपराध से प्रशासन चिंता में
दो गुटों के बीच खूनी झड़प की ये घटना उस समय में हुई जब राज्य के साथ-साथ पूरे देश में कोरोना से बचाव के लिए लॉकडाउन किया गया है। ऐसी स्थिति में पुलिस के साथ-साथ पूरी सरकारी मशीनरी कोरोना संक्रमण को कम करने और लॉकडाउन को सफल बनाने में जुटी है। लेकिन पिरोछा गांव में हुए इस झड़प के बाद गांव में तनाव का माहौल है। इस तनाव को समाप्त करने के लिए स्थानीय पुलिस की एक टूकड़ी गांव में कैंप कर रही है। कोरोना के बीच हुए इस आपराधिक वारदात से प्रशासन की परेशानी बढ़ गई है।